मुंबई। आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर और उनके पति दीपक कोचर को विशेष अदालत ने तीन के लिए सीबीआई की हिरासत में भेज दिया है। सीबाआई ने अदालत से दोनों आरोपियों की तीन दिन की कस्टडी मांगी थी। चंदा और दीपक कोचर के साथ-साथ वीडियोकॉन समूह के वेणुगोपाल धूत को भी गिरफ्तार किया गया है। वीडियोकॉन-आईसीआईसीआई बैंक धोखाधड़ी मामले में ये गिरफ्तारियां हुई हैं।
बता दें कि यह मामला करीब 3250 करोड़ रुपये के लोन से जुड़ा हुआ है। मामले में बवाल फरवरी 2019 में तब मचा जब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आपराधिक मुकदमा दर्ज किया। चंदा कोचर पर भेदभाव और वीडियोकॉन समूह को लाभ पहुंचाने के आरोप हैं।आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन ग्रुप और उनसे संबंधित कंपियों ने 1875 करोड़ रुपये का लोन 2009 से 2011 के बीच दिया। यह लोन पूरी तरह नियमों को ताक पर रखकर दिए गए।
दीपक कोचर को पहुंचाया लाभ
वीडियोकॉन को लोन मिलने के बाद वेणुगोपाल धूत की सु्प्रीम एनर्जी ने नूपावर रिन्युएबल्स को 64 करोड़ रुपये का लोन दिया, जिसमें चंदा कोचर के पति दीपक कोचर का 50 फीसदी हिस्सा है। यह लोन एक-दूसरे को लाभ पहुंचाने के लिए दिया गया, ऐसा आरोप है। वीडियोकॉन ग्रुप को दिए गए कई लोन एनपीए हो गए। चंदा कोचर ने 1984 में बतौर ट्रेनी आईसीआईसीआई बैंक ज्वाइन किया था। ठीक 25 वर्षों में वह सीईओ बन गई थीं। वह फोर्ब्स की सबसे शक्तिशाली महिलाओं की सूची में भी थीं।