जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस संकट में नजर आ रही है। राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम और कांग्रेस के युवा नेता सचिन पायलट ने पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए खान घोटाले को लेकर मोर्चा खोल दिया है। लेकिन निशाने पर अशोक गहलोत सरकार है। कहा जा रहा है कि पूर्व डिप्टी सीएम पायलट अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ खुलकर मैदान में आ गए हैं। जिससे कांग्रेस में हड़कंप मचा हुआ है। सचिन पायलट के अनशन के ऐलान के बाद से कांग्रेस में सियासी खींचतान तेज हो गई है। पिछले दो दशकों में ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई नेता कांग्रेस शासन में अपनी ही सरकार के खिलाफ अनशन पर बैठा है।
- विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस असंतोष
- पायलट के अनशन से सक्ते में पार्टी
- डेमेज कंट्रोल में जुटे पार्टी प्रदेश प्रभारी रंधावा
कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि पायलट निर्णायक लड़ाई के मूड में हैं और वह पार्टी छोड़कर अपनी नई पार्टी भी बना सकते हैं। हालांकि फिलहाल पायलट ने खुद ऐसी अटकलों पर विराम लगा दिया है। जब उन्होंने कहा कि पार्टी छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं है।
रंधावा बोले—पार्टी विरोधी है पायलट का कदम
इधर अंदरुनी राजनीति गरमा गई है। पायलट मामले में डैमेज कंट्रोल के लिए राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा मंगलवार दोपहर जयपुर पहुंच रहे हैं। प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पायलट के कदम को पार्टी विरोधी करार दिया है। बता दें रंधावा सीएम अशोक गहलोत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से भी मुलाकात करेंगे। रंधावा का कहना है सचिन पायलट का उपवास पार्टी के खिलाफ है। यह पार्टी विरोधी गतिविधि है। अगर उन्हें अपनी ही सरकार से कोई दिक्कत है तो मीडिया और जनता के बजाय पार्टी में बात की जा सकती है। वे पिछले पांंच महीने से प्रभारी हैं और पायलट ने कभी उनने इस मुद्दे पर चर्चा नहीं की। वे उनके संपर्क में हैं और अब भी उनसे बातचीत की अपील करते हैं। क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी के लिए एक संपत्ति हैं।
10 से 4 बजे तक चलेगा सियासी ड्रामा
सचिन पायलट अपने कार्यकर्ताओं के साथ जयपुर के शहीद स्मारक पर दिन भर के लिए अनशन पर बैठ रहे हैं। पायलट ने पिछले रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी की वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में हुए घोटालों पर कार्रवाई न होने को मुद्दा बनाया और अनशन की घोषणा की थी। इस अनशन में पायलट समर्थक मंत्रियों और विधायकों को दूर रखाा गया है। उनकी जगह आम समर्थकों को साथ रखेंगे। अनशन शाम 4 बजे तक चलेगा।