“गाड़ी वाला आया घर से कचरा निकाल ” यह गाना रोजाना आपको सुनने को जरूर मिलता होगा, एक गाड़ी वाला आपके घर आता होगा और कचरा कलेक्ट कर लें जाता होगा. लेकिन अगर हम कहे कि कोई इस गाने को सुनकर गाड़ी वाले की हत्या करने की कोशिश करे . सुनने में थोड़ा अजीब लगे लेकिन हाल ही में उत्तरप्रदेश में एक घटना सामने आई है जिसमें एक व्यक्ति ने सफाई गानों से परेशान होकर दो सफाई कर्मचारियों को गोली मारने की कोशिश करी. पूरा वाक्या क्या है, चलिए आपको बताते है.
क्या है मामला ?
यह अजीब घटना उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद के लोनी इलाके की है. इलाके में घर का कचरा उठाने नगर पालिका की गाड़ी पहुंची थी. गाड़ी में सफाई को लेकर गीत बजाएं जा रहे थे. इन्ही गानों से परेशान होकर एक रिटार्यड फौजी की सफाईकर्मियों से लड़ाई हो गई. झगड़ा इतना बढ़ गया है कि फौजी ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से गोलियां चला दी. हालांकि फायरिंग में सफाईकर्मी बच गए.
आरोपी पर दर्ज हुआ मामला
आरोपी की पहचान तौहीद अली के रूप में हुई है. अली सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) का एक रिटायर्ड अधिकारी है और कंचन पार्क कॉलोनी में रहता है. रिटायर्ड अधिकारी के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है . पुलिस का कहना है कि आरोपी वाहन के लाउडस्पीकरों पर बजाएं जा रहे गीतों से नाराज था, जिससे उसकी नींद खराब हो गई और उसने चालक पर गोलियां चला दीं.
कचरा गाड़ी आने का संकेत होते है गाने
स्वच्छता अभियान के तहत सरकार कचरा गाड़ियों को शहरों के घरों तक पहुंचाती है. गाड़ियो के साथ कई स्वच्छता के गाने बजाएं जाते है, जिससे लोग समझ जाते है कि गाड़ी उनके घर के पास आ गई है . इसके बाद लोग अपने घर का कचरा गाड़ी में डाल देते हैं. यह गाड़ियां रोजाना शहरों में सुबह शाम चलाई जाती है ताकि लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा सके.