संभल में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर संभल में हुई हिंसा के बाद अब न्यायिक जांच आयोग की टीम संभल पहुंची है। DIG कमिश्नर टीम SP भारी पुलिस बल के साथ मौजूद है। न्यायिक जांच आयोग की टीम मामले में अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। बता दें दंगाईयों ने पुलिस पर भी फायरिंग की थी, पथराव किया था। दंगाईयों ने आगजनी की घटना को भी अंजाम दिया था। ऐसे में आयोग की टीम इन इलाकों में जांच कर रही है।
- न्यायिक जांच आयोग की टीम पहुंची संभल
- DIG कमिश्नर टीम SP भारी पुलिस बल के साथ मौजूद
- मामले में अधिकारियों से पूछताछ कर रही टीम
- दंगाईयों ने पुलिस पर की थी फायरिंग, पथराव
- दंगाईयों ने आगजनी की घटना को दिया था अंजाम
- इलाके में जानकारी कर रही आयोग की टीम
वहीं दूसरी ओर इस पर सियासत भी जारी है। लखनऊ में सियासी सरगर्मी बढ़ गई। सपा डेलिगेशन के संभल जाने के ऐलान के बाद नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय के घर के बाहर फोर्स तैनात कर दी गई है। समाजवादी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल को नजरबंद किया गया है। संभल जाने के लिए आतुर बैठे सपा के डेलिगेशन में माता प्रसाद पांडेय समेत 5 सांसद और 4 विधायक शामिल थे। दरअसल सपा का आरोप है कि सरकार अपना नाकामियां छिपाना चाहती है। उनका कहना है आखिर सरकार सपा डेलिगेशन को संभल जाने से क्यों रोक रही है। क्या डेलिगेशन के जाने से शांत होते संभल को अशांत होने का खतरा है…या कोई और बात है।
डेलिगेशन पर पहरा!
संभल हिंसा…सपा डेलिगेशन पर पहरा!
सपा प्रदेश अध्यक्ष नजरबंद !
नेता प्रतिपक्ष के निवास पर पुलिस फोर्स तैनात
आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु!
सरकार सच्चाई छिपाना चाहती है–सपा
संभल के सभी अपराधी सपाई-बीजेपी
संभल हिंसा के बाद अभी संभल पूरी तरह से संभल ही नहीं पाया था। सपा के 15 सदस्यीय डेलिगेशन संभल जाने तैयारी करने लगा। प्रशासन ने डेलिगेशन को संभल जाने से रोका। लखनऊ में डेलिगेशन के सदस्यों के घर के बाहर फोर्स तैनात कर दिया। मुरादाबाद में पुलिस ने सपा विधायक सहित 10 नेताओं को हिरासत में लिया। ऐसे में सपा के डेलिगेशन पर सरकार ने पहरा बैठा दिया था।
- रविदास मेहरोत्रा, सपा विधायक— सरकार सच्चाई छिपाना चाहती है
- माता प्रसाद पांडेय, नेता प्रतिपक्ष—गलतिओं पर पर्दा डालने की कोशिश
- ब्रजेश पाठक,डिप्टी सीएम— संभल के अपराधी समाजवादी है
सरकार चाहती है कि शांत होते माहौल में राजनीति की गर्मी न बढ़ाई जाए। वर्ना ताजी आग धधकने का भय है। शायद यही कारण मुरादाबाद में सपा विधायक पिंक यादव समेत 10 नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। वहीं, बरेली में 100 से ज्यादा सपा कार्यकर्ताओं को पकड़ा गया। पुलिस बल ने हापुड़ में भी कैराना सांसद इकरा हसन को रोक लिया था। यह सभी पुलिस फोर्स को चकमा देते हुए संभल जाने की कोशिश में जुटे थे। समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन में जिन सांसद, विधायकों के नाम थे। उनके घर के बाहर पुलिस पहुंच गई। मुरादाबाद में सपा सांसद रूचि वीर के घर के बाहर पुलिस पहुंच गई है। उधर, देर रात को संभल में डीएम ने धारा-163 लागू कर दी है। यानी, अब 5 लोग बिना अनुमति के इकट्ठा नहीं हो सकेंगे।
- मुरादाबाद में पिंक यादव समेत 10 सपा नेता हिरासत में
- बरेली में 100 से ज्यादा सपा कार्यकर्ताओं पकड़े गए
- हापुड़ में कैराना सांसद इकरा हसन को पुलिस ने रोका
संभल जाने वाले सपा डेलिगेशन पर रोक के बाद अब आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है। सपा नेता कह रहे हैं सरकार सच्चाई छिपाना चाहती है। अपने गलतियों पर पर्दा डालना चाहती है। वहीं बीजेपी की कहना है। संभल घटना सपा के संरक्षित अपराधियों की देन हैं।