उत्तरप्रदेश के कानपुर में शनिवार सुबह रेल हादसा हो गया। यहां साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे पटरी से उतर गए। गनिमत रही कि हादसे में यात्रियों या रेल कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई है। इस हादसे को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी और कहा साबरमती एक्सप्रेस वाराणसी से अहमदाबाद का इंजन सुबह करीब 2 बजकर 35 मिनट पर कानपुर के पास ट्रैक पर रखी किसी भारी चीज से टकरा गया। इसके बाद पटरी के डिब्बे पटरी से उतर गये। इस घटना के बाद मौके पर कुछ निशान मिनले हैं। लोको से 16वें कोच के पास भी कुछ निशान मिले। शुरुआती जांच में बताया गया कि रेलवे ट्रैक में कोई फ्रैक्चर नहीं था।
- पटरी पर रखी थी पत्थर जैसी कोई भारी चीज
- भारी चीज से टकराकर साबरमती एक्सप्रेस हुई डिरेल
- साबरमती ट्रेन हादसा या साजिश? जांच में आईबी भी हुई शामिल
- हादसे में नहीं हुई कोई जान माल की हानि
- सवाल यह उठता है कि आखिर ट्रेन डिरेल हुई कैसे?
- पटरी पर पत्थर जैसी भारी चीज किसने रखी
- यूपी पुलिस के साथ आईबी कर रही पूरे मामले की जांच
- रेल अश्वनी वैष्णव ने कहा सभी साक्ष्य सुरक्षित
- आशंका है..साबरमती एक्सप्रेस का इस तरह डिरेल होना
- क्या महज एक हादसा है या इसके पीछे किसी का षडयंत्र
यूपी के वाराणसी से गुजरात के अहमदाबाद की ओर जा रही साबरमती एक्सप्रेस कानपुर जिले में हदसे का शिकार हा गई। जिले के भीमसेन स्टेशन के पास पटरी के 18 डिब्बे उतर गई। हालांकि गनीमत यह है कि इस हादसे में किसी प्रकार की जान माल का नुकसान नहीं हुआ है। ना ही किसी को चोंट लगने की सूचना है। हादसे के बाद अब कई सवाल उठ रहे है। सवाल यह है कि आखिर रेल के डिब्बे पटरी से कैसे उतरे। पटरी पर पत्थर नुमा भारी चीज कहां से आई। वहीं रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने हादसे के बाद सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए बताया कि साबरमती एक्सप्रेस वााराणसी से अमदाबाद रेल का इंजन आज शनिवार की सुबह करीब 02 बजकर 35 मिनिट पर कानपुर के पास पटरी पर रखी किसी भारी वस्तु से टकराकर उतर गया था। हादसे की जगह पर तीव्र प्रहार के निशान भी देखे गए हैं। मंत्री ने कहा सभी साक्ष्य सुरक्षित हैं। यूपी पुलिस के साथ आईबी भी इस पर पूरे मामले को लेकर काम कर रही है। ऐसे में यह आशंका भी नजर आ रही है कि साबरमती एक्सप्रेस का इस तरह डिरेल होना क्या महज एक हादसा है या इसके पीछे किसी का कोई षडयंत्र है?
चालक ने बताया इंजन से टकराया था बोल्डर
लोको पायलट ने बताया है कि पटरी से एक बोल्डर इंजन से टकराया था। जिससे इंजन का कैटल गार्ड क्षतिग्रस्त हो गया और झुक गया था। इसके बाद अचानक इंजन बेपटरी हो गया। शुरुआती जांच में सामने आया है कि रेलवे ट्रैक में कोई फ्रैक्चर नहीं था। वहीं हादसे में रेल यात्रियों या रेल कर्मचारियों को कोई चोट नहीं आई है। हादसे के बाद अहमदाबाद की आगे की यात्रा के लिए यात्रियों के लिए ट्रेन की व्यवस्था की गई।
बस से यात्रियों को कानपुर भेजा गया है।
वहीं रेलवे के सहायक वाणिज्य प्रबंधक संतोष कुमार त्रिपाठी का कहना है दुर्घटना राहत ट्रेन के साथ ही दवाई यान को भी तत्काल रवाना किया गया है। साबरमती ट्रेन के बेपटरी होने के मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। घटनास्थल के लिए तत्काल ही प्रयागराज मंडल के डीआरएम भी रवाना हो गए थे। रेल प्रशासन की ओर से यात्रियों की सुविधा के सभी तरह के इंतजाम मौके पर किए गए हैं। कुछ यात्रियों को बस में बैठाकर कानपुर भेजा गया है।