उत्तर प्रदेश के हाथरस में भगदड़ पर अब सियासत शुरु हो गई है। भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मिले। राहुल गांधी आज अलीगढ़ पहुंचे थे। जहां से पिलखना गांव में पीड़ितों से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद राहुल गांधी हाथरस भी पहुंचे और लोगों से मिले। पीड़ित परिवारों के सदस्यों से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने उनसे कहा है कि वे पार्टी की मदद से उन लोगों की मदद करेंगे।
- हाथरस भगदड़ के पीड़ितों से मिले राहुल गांधी
- राहुल गांधी ने जाना पीड़ितों का दर्द
- जमीन पर बैठकर पीड़ितों से की राहुल गांधी ने चर्चा
- पार्लियामेंट में इस बात को उठाएंगे।
- परिजनों की मांग ढोंगी बाबा की होगी गिरफ्तारी
- आयोजन समिति के 6 सदस्य गिरफ्तार,बाकी फरार
- राहुल गांधी ने जख्मी लोगों से भी की मुलाकात
- अलीगढ़ में राहुल गांधी ने की मुन्नी देवी के परिजनों से मुलाकात
- घायल आशा देवी के परिजनों से भी मिले राहुल
पीड़ितों से मिलने के राहुल गांधी ने यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार से अपील की है कि वह पीड़ित परिजनों को दिल खोल कर मदद करें। राहुल ने कहा दुख की बात है। बहुत से परिवारों को माफी नुकसान हुआ है।कई लोगों की मौत हुई है। उन्होंने कहा प्रशासन की कमी तो है ही और गलतियां भी हुईं हैं। ऐसे में मुआवजा सही मिलना चाहिए। वे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से विनती करते हैं कि दिल खोलकर मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए, इसमें देरी न हो।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने घायल आशा देवी के परिजनों से भी मुलाकात की साथ ही कई घायलों से राहुल गांधी ने मुलाकात की। राहुल गांधी हाथरस में पीड़ितों से मिले। राहुल गांधी ने मंजू देवी के परिजनों से मिलाकात की। पीड़िता से मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने दो बातें कही। एक तो उन्होंने कहा है कि मुआवजा और मदद दिलाने की बात वे सरकार के सामने रखेंगे। साथ ही उनसे यह पूछा कि क्या वे भगदड़ कांड के बाद की गई कार्रवाई से संतुष्ट हैं। साथ ही कार्रवाई के लिए भी राहुल गांधी परिवारों से मिले और उनसे पूछा क्या हुई कार्रवाई से संतुष्ट हैं।
पीड़ितों के साथ खड़ी है कांग्रेस-राहुल
राहुल गांधी यह क्लियर कट मैसेज देने का प्रयास कर रहे हैं कि कांग्रेस और राहुल गांधी पीड़ित परिवारों के साथ खड़े हैं। उनकी हर मुसीबत में उनके साथ खड़े हैं। उनके लिए न्याय की लड़ाई लड़ेंगे। सड़क से संसद तक में पीड़ितों के लिए न्याय की लड़ाई वे लड़ेंगे। बता दें राहुल गांधी हाथरस ग्रीन पार्क में पीड़ितों के परिवारों से मिलने पहुंचे थे। जहां जमीन पर बैठकर राहुल गांधी ने पीड़ित और दुखी परिवारों से मुलाकात की। उनके दर्द को साझा किया। हाथरस से कुल 20 लोगों की मौत इस भगदड़ में हुई है। जिनमें से चार परिवारों से राहुल गांधी ने मुलाकात की। जिनमें मुन्नी देवी और आशा देवी के परिवार के सदस्य भी थे जिनसे राहुल गांधी मिले हैं। इस इसके साथ ही ओमवती देवी के परिवार ने भी राहुल गांधी से मुलाकात की। राहुल गांधी ने इन परिजनों को ढांढस बंधाया।
परिजनों की मांग दोषियों पर हो कार्रवाई
परिजन लगातार यह मांग कर रहे हैं कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिए। लोगों ने उन्हें बताया है कि बाबा के खिलाफ कार्रवाई होना चाहिए। सरकार उन्हें बचाने काम नहीं करें। लेकिन गांव में मातम किस तरह पसरा है या तस्वीरें देखकर अंदाजा लगा सकते हैं। जब राहुल गांधी पीड़ितों से मिलने पहुंचे तो पुलिस ने पीड़ित परिवार के सदस्यों को ही बाहर कर दिया। इससे पहले उत्तरप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने इस हादसे के लिए राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार को जिम्मेदार ठहराया था। अजय राय ने सवाल उठाते हुए कहा था कि जब पता था कि इतनी बढ़ी संख्या में लोग आने वाले हैं, तो सरकार ने पहले से इंतजाम क्यों नहीं किए।
हाथरस में भगदड़ हादसे के बाद विपक्ष के किसी वरिष्ठ नेता का यह पहला दौरा है। इससे पहले बुधवार को राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस पहुंचे थे, उन्होंने अस्पताल में घायलों से मुलाकात भी की थी। सीएम योगी ने इस दौरान अधिकारियों को मामले की जांच जल्द करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया था। सीएम योगी ने कहा था कि दोषी कोई भी हो, किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा। बता दें कि मंगलवार को हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ में अब तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है वहीं सैकड़ों घायल हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है।
‘बाबा’ फरार, अब तक 6 सेवादार गिरफ्तार
पुलिस ने हादसे के बाद इस मामले में भोले बाबा के मुख्य सेवादार के साथ ही आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज किया है। साथ ही पुलिस ने कथित बाबा के 6 करीबियों को गिरफ्तार भी किया है। जिनमें चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। यह सभी लोग आयोजन समिति के सदस्य बताए जा रहे हैं जो सेवादार के रूप में वहां काम करते थे। फिलहाल मुख्य आयोजक की पुलिस को तलाश है। पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया है।