U P के सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया ध्वजारोहण,पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

Uttar Pradesh Chief Minister

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर विधान भवन के बाहर आयोजित स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम पर ध्वजारोहण किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में देश के वीर सपूतों को नमन करते हुए उनकी कुर्बानी को याद किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा देश की आजादी के लिए देश और प्रदेश के ज्ञात और अज्ञात वीर सपूतों में अपनी कुर्बानी दी है। इसके बाद हमें यह अमूल्य धरा पर स्वतंत्रता मिली। इस दौरान राजधानी में हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई।

सीएम योगी ने किया पौधारोपण अभियान-2023 का आगाज किया और पौध लगाकर पांच करोड़ पौधरोपण का किया शुभारंभ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा देश लगातार तरक्की कर रहा है तो वहीं उत्तर प्रदेश डबल ग्रोथ इंजन की तरह देश के विकास में भागीदार बना है। आज प्रदेश में 36 लाख करोड़ रुपए का निवेश देश और विदेश के निवेशकों ने किया है जिससे आने वाले समय में एक करोड़ लोगों को रोजगार उपलब्ध होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। जिसको लेकर हम सभी को काम करना होगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए हमें परिश्रम करना भी आवश्यक है। परिश्रम के बिना कुछ नहीं हो सकता।

देश केवल मिट्टी का टुकड़ा नहीं

सीएम योगी ने कहा यह देश हमारे लिए केवल मिट्टी का टुकड़ा नहीं बल्कि हमारी माता है और इस माता से हमें बहुत कुछ मिला है। इसके लिए हमें राजनीतिक धर्म मजहब और पंथ से ऊपर उठकर काम करना होगा। हमें अपने प्रदेश के विकास में भागीदार बनना होगा। आज उत्तर प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था है। पारदर्शी योजनाओं से लोग लाभान्वित हो रहे हैं।

प्रकृति सुरक्षित रहेगी तो बनी रहेगी परमात्मा की कृपा

वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने पौधारोपण जन अभियान-2023 के तहत पांच करोड़ पौधरोपण का शुभारंभ किया और कहा जब प्रकृति सुरक्षित रहेगी तो परमात्मा की कृपा भी बनी रहेगी। हम आपदा से मुक्त हो पाएंगे। हरे-भरे पेड़ पौधे ही हम सबको प्रकृति और परमात्मा के साथ जोड़ने के माध्यम बनेंगे। इस दौरान गोमती तट पर झूलेलाल वाटिका के निकट अमृत वाटिका में पौधारोपण और अमृत स्तंभ का लोकार्पण भी किया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय मनीषा की क्या दृष्टि रही होगी। भारत ने प्राचीन काल से ही इसे मान्यता दी। हरिशंकरी के रूप में भी तीन पवित्र वृक्षों (पीपल,पाकड़ और बरगद) को जोड़ा गया। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने तीन पौधे (आम-नीम व एक अन्य पौध) लगाए। नक्षत्र वाटिका यानी 27 नक्षत्र व नवग्रह वाटिका 9 ग्रहों के नाम पर भी पौधे हैं। यह भारत की गौरवशाली परंपरा है। अमृत वाटिका देश की आजादी के शताब्दी वर्ष में हमें नए संकल्प के साथ जोड़ने का आह्वान कर रही है।

प्रकृति से खिलवाड़ के होंगे दुष्परिणाम

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक महीने के अंदर देश के अलग-अलग भागों में अतिवृष्टि के कारण व्यापक जन-धनहानि होती दिखी। प्रकृति से जब भी खिलवाड़ करेंगे तो दुष्परिणाम से बच नहीं पाएंगे। एक दिन पहले हिमाचल में फिर और उत्तराखंड में प्रकृति का तांडव देखा गया है। अमृत वाटिका एक अच्छा प्रयास है। अमृत वाटिका के जरिए ही सही हमने पर्यावरण को बचाने के नए संकल्प के साथ जुड़ने का अवसर हमें प्राप्त हुआ है।

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