अयोध्या में नाबालिग बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में अब राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप बढ़ते जा रहे हैं। दरअसल दुष्कर्म के आरोप में समाजवादी पार्टी से जुड़े मोहम्मद मोईन खान को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका पहले भी आपराधिक गतिविधियों से जुड़े रहने की हिस्ट्री रही है। लेकिन राजनीतिक रसूख के चलते तत्कालीन सरकारों और प्रशासन ने उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं होने दी थी। लेकिन अब उत्तरप्रदेश में बीजेपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में मोईन पर बड़ी कार्रवाई की है। उसकी बेकरी को ध्वस्त करने के साथ ही दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार कर जेल की सिंखचों में भेज दिया है। बताया जाता है कि 12 साल में उसके खिलाफ यह पहली बड़ी कार्रवाई की गई है।
उत्तरप्रदेश के अयोध्या में घटित हुए दुष्कर्म के मामले ने दिल को झकझोर कर रख दिया है। वहीं एक मासूम से दरिंदगी के बाद योगी सरकार का बुलडोजर भी एक्शन में दिखाई दिया। अयोध्या गैंग रेप कांड के मुख्य आरोपी मोईद खान की पूरी कुंडली खंगाल ली गई है। अब बारी सीधे एक्शन की है, लेकिन इस पर सियासत भी थमने का नाम नहीं ले रही है।
- बेकरी मालिक सपा नेता किया था बच्ची से दुष्कर्म
- नौकर राजू ने वीडियो बनाया, दुष्कर्म किया
- वीडियो के आधार पर ब्लैकमेल किया
- बच्ची 2 महीने की गर्भवती हुई,मामला खुला
- मां शिकायत लेकर चौकी पहुंची
- पुलिस ने की मोईन का नाम हटाने की बात
सीएम बोले — हर कीमत पर होगी दोषियों पर कार्रवाई
इस मामले को लेकर यूपी में सियासत गर्मा गई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय विधायक अमित सिंह चौहान के साथ पीड़ित परिवार से मुलाक़ात की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि पीड़ित बच्ची को हर कीमत पर न्याय दिलाने के लिए सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
इसके अलावा मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को भी निर्देश दिये हैं कि बच्ची के स्वास्थ्य और उसकी सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंधन किए जाएं। पीड़िता को अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट करने और अपरिचित लोगों से न मिलने देने की हिदायत दी। अस्पताल और पीड़िता के घर के आसपास कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं… राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य को भी पीड़िता से मुलाक़ात करने को कहा। साथ ही जिला प्रोबेशन अधिकारी से कहा गया है कि बैंक में बच्ची का खाता खोलकर सरकार की योजनाओं का लाभ दिलवाया जाए।
- शिवपाल सिंह यादव बोले डिप्टी सीएम का हो नार्को टेस्ट
- अयोध्या के घटना की वे कड़े शब्दों में निंदा करते हैं
- ‘आखिर कौन कर रहा है संवदेनशील मसलों पर राजनीति’
समाजवादी पार्टी महासचिव शिवपाल सिंह यादव ने इस मामले में कहा वे अयोध्या के घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते है। साथ ही नार्को टेस्ट की मांग का समर्थन भी किया। शिवपाल ने कहा डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या का भी नार्को टेस्ट हो। जिससे यह स्पष्ट हो सके कि संवदेनशील विषयों पर घटिया राजनीति आखिर कौन कर रहा है।
बचेंगे नहीं सपाई गुंडे—मौर्य
दरअसल यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बगैर अखिलेश का नाम लिये कहा था आप और आपकी पार्टी के साथ आपके सांसद ऐसे आरोपियों को नहीं बचा पायेंगे। लोकसभा चुनाव के बाद से समाजवादी पार्टी के गुंडे अराजकता पर उतारू हैं। उत्तर प्रदेश का माहौल ख़राब कर रहे हैं। समाजवादी पार्टी को इस सबकी भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी।
अखिलेश बोले—आरोपी का हो डीएनए टेस्ट
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीधे तौर पर तो इसे लेकर अब तक कोई टिप्पणी नहीं की। लेकिन एक ट्वीट में अखिलेश ने कुकृत्य करने वालों का डीएनए टेस्ट कराने की मांग की साथ ही पार्टी के ट्वीटर हैंडल से एक ट्वीट किया।
अखिलेश बताएं, सपा सरकार में कितनों का डीएनए कराया— मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी इसे लेकर कार्रवाई की बात कही है। हालांकि वे यूपी सरकार का बचाव करती नजर आईं और अखिलेश यादव की आलोचना की। मायावती ने कहा सरकार नेइस मामले में आरोपी के विरुद्ध जो सख्त कार्रवाई की है वह उचित है। लेकिन समाजवादी पार्टी का यह कहना कि आरोपी का DNA टेस्ट हो। इसे अखिर क्या समझा जाए। बसपा प्रमुख ने कहा
अखिलेश को यह भी बताना चाहिए कि सपा की सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने DNA टेस्ट हुए हैं?।
और रोने लगे मंत्री संजय निषाद
इस मामले में योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद पीड़िता से मिलकर भावुक हो गए। उन्होंने सपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों पर अपराधियों को संरक्षण देने उन्हें बचाने का आरोप लगाया। मंत्री निषाद ने कहा पीडीए का नारा देने वाले सपा अध्यक्ष और कांग्रेस अपराधियों को पार्टी से नहीं निकाल रहे हैं। बता दें बीजेपी के एक डेलिगेशन ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना की पूरी जानकारी ली। जिला महिला अस्पताल में भर्ती पीड़िता से भी भाजपा नेताओं ने मुलाकात की। डेलिगेशन में राज्यसभा सांसद संगीता बलवंत, बाबूराम निषाद और मंत्री नरेंद्र कश्यप शामिल थे।
यह है पूरा मामला
अयोध्या में 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के मामले ने मानवता को लज्जित किया है। साथ ही साथ एक राजनीति पार्टी के कुछ नेताओं पर दरिन्दगी के भी आरोप हैं। बता दें रामनगरी अयोध्या के भदरसा में रहने वाली एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपी मोईद खान के खिलाफ यूपी सरकार ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। आरोप समाजवादी पार्टी से जुड़ा है। उसकी बेकरी पर बुलडोजर चला और अब एक ऐसे मल्टी-कॉम्प्लेक्स को गिराने की तैयारी की जा रही है। यह मल्टी मोईद खान के एनआरआई मित्र के नाम होना बताई जा रही है।
- अयोध्या के कलंदर थाना क्षेत्र का मामला
- 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म
- अश्लील वीडियो के आधार पर कर रहे थे ब्लैकमेल
बच्ची की मां ने मोईद खान और उनके नौकर राजू के खिलाफ पुलिस में शिकायत की लेकिन उस समय रसूख के आगे पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया। शिकायत लेकर चौकी पहुंचने पर दरोगा ने पीड़ित परिवार से कहा केलक राजू का नाम रखिए दूसरा नाम हटा दो। फिर एसपी ने दखल दिया तो एफआईआर की गई। क्षेत्र में आक्रोश और तनाब बढ़ने पर पुलिस ने मोईद खान और उसके नौकर को गिरफ्तार किया।
सीएम के आदेश पर गरजा बुलडोजर
सीएम के आदेश के बाद प्रशासन ने अवैध निर्माण की जांच की और फिर योगी का बुलडोजर चलाया। आरोपी ने सार्वजनिक तालाब ही नहीं सार्वजनिक रास्ते पर भी अवैध अतिक्रमण कर मल्टी कॉम्प्लेक्स और बेकरी का निर्माण किया था। यहां पर अवैध बाउंड्री बनाई जा रही थी। इसके संबंध में राजस्व टीम ने जांच की और बेकरी पर भी बुलडोजर से कार्रवाई की गई।