उत्तर प्रदेश विधानसभा में हंगामे के साथ मानसून सत्र का आगाज हो गया है। सदन में नेता प्रतिपक्ष के रुप में अखिलेश यादव के स्थान पर अब सपा के वरिष्ठ विधायक माता प्रसाद पांडेय सरकार को घेरते नजर आएंगे। सत्र से पहले सीएम योगी ने विधायक दल की बैठक में अपने दोनों डिप्टी सीएम के साथ विपक्ष के आरोपों का जवाब देने की रणनीति बनाई है।
- यूपी विधानसभा के मानसून सत्र का आगाज
- विपक्ष ने किया जोरदार हंगामा
- पोस्टर लेकर वेल में पहुंचे सपा विधायक
सपा की ओर से की गई तैयारी से लगता है सत्र में जोरदार हंगामा होने के आसार हैं। विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार के घेरने की तैयारी की है। बता दें मानसून सत्र की शुरूआत से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने पार्टी विधायक दल के साथ बैठक की। इस दौरान दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक भी सीएम के साथ दिखाई दिए।
उत्तर प्रदेश विधानसभा में मानसून सत्र 29 जुलाई से 2 अगस्त तक के लिए आहूत किया गया है। सत्र में योगी सरकार की ओर से अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना मंगलवार 30 जुलाई को अनुपूरक बजट पेश करने वाले हैं। माना जा रहा है कि इसे 1 अगस्त को पारित किया जा सकता है। सोमवार 29 जुलाई को सत्र के पहले दिन ही विपक्ष ने कार्यवाही शुरू होते ही सदन में हंगामा कर दिया। विपक्षी सदस्य बिजली कटौती के मसले को लेकर नारेबाजी करते नजर आए। हंगामे के बीच हद तो उस समय हो गई जब समाजवादी पार्टी के विधायक पोस्टर लेकर गर्भगृह में पहुंच गए।
जोश में दिखाई दिए नए नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे
नए नए नेता प्रतिपक्ष बनाए गए सपा विधायक माता प्रसाद पांडे का भी जोश दिखाई दे रहा था। उन्होंने कहा यूपी में इस समय बहुत से गंभीर मुद्दे और समस्याएं हैं जिनका सामना जनता कर रही है। चाहे वो बाढ़ हो या बिगड़ती कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार का मुद्दा हो।
आप विपक्ष के नेता हैं, नोटिस दें, हम करायेंगे चर्चा-स्पीकर
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नेता प्रतिपक्ष से कहा इन सभी मुद्दों पर हम चर्चा करेंगे। विपक्ष के नेता होने के नाते आप नोटिस दे सकते हैं इसका आपको अधिकार है। सरकार हर सवाल और नोटिस का जवाब देने के लिए तैयार है।