अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इसके बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर भी बढ़ गया है। इस बीच पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की नस्लीय पहचान को पर गहरे सवाल उठाए हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने एक कार्यक्रम के दौरान यह सवाल किया कि हैरिस भारतीय हैं या अश्वेत।
- पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने उठाए सवाल
- कहा- अब अचानक हैरिस अश्वेत हो गईं हैं
- कमला हैरिस ने दिया डोनाल्ड को जवाब
- कहा- बेइज्जती करना ट्रम्प की पुरानी आदत
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कमला हैरिस हमेशा से स्वयं को भारतीय विरासत से जुड़ा बताती थीं। लेकिन अचानक कुछ साल पहले कमला हैरिस अश्वेत हो गईं। डोनाल्ड ट्रम्प ने यह भी कहा कि उन्हें कई साल तक तो यह पता नहीं था कमला अश्वेत हैं। उन्हें तो लगता रहा कि वे भारतीय मूल की हैं। अब कुछ साल से कमला हैरिस स्वयं को अश्वेत बताने लगीं हैं।
ट्रम्प ने कहा कि अब कमला चाहती हैं कि वे अश्वेत महिला के तौर पर दुनिया में जानी जाएं। इसलिए उन्हें नहीं पता कि वे भारतीय हैं या अश्वेत? खैर वे तो दोनों का सम्मान करते हैं। दरअसल बता दें कमला के पिता जमैकन थे। जबकि उनकी मां भारतीय थीं। वे अपने आप को भारतीय और अश्वेत मानती हैं।
ट्रम्प के बयान पर कमला हैरिस का भी रिएक्शन आया है। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प की भाषा नफरती है। लोगों की बेइज्जती करना ट्रम्प की पुरानी आदत रही है। कमला हैरिस ने कहा कि अमेरिकी लोगों को ट्रम्प से बेहतर इंसान की बहुत जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे इंसान की जरूरत है जो नस्ल के आधार पर अमेरिका के लोगों को बांटने की राजनीति न करे।
अश्वेतों के लिए मैं सबसे अच्छा राष्ट्रपति रहा हूं-ट्रम्प
वहीं इंटरव्यू की शुरूआत में रिपोर्टर रेचल स्कॉट ने जब ट्रम्प से पूछा था कि अश्वेत लोगों आपको क्यों वोट देंगे। आपका तो अश्वेतों के खिलाफ बोलने का लंबा इतिहास रहा है। इस पर ट्रम्प ने कहा था कि यह सब गलत है। वे अब्राहम लिंकन के बाद से अश्वेत आबादी के लिए सबसे अच्छा राष्ट्रपति रहे हैं। ट्रम्प ने कहा कि कमला ने लॉ की पढ़ाई की है। इस दौरान भी वह एक बार फेल हुई थीं। यह फैक्ट है। कमला को नहीं लगता था कि वह एग्जाम पास कर पाएंगी। इसके अलावा ट्रम्प ने 6 जुलाई को 36 साल की अश्वेत महिला सोन्या मैसी की हत्या को लेकर पूछे गए सवाल का भी जवाब दिया। डोनाल्ड ने कहा कि केस के बारे में उन्हें ज्यादा नहीं पता है लेकिन जो भी हुआ वह बहुत बुरा हुआ है।
कमला हैरिस रंगभेद के खिलाफ लड़ती रही हैं
अमेरिका में रंगभेद बड़ी समस्या है, पुलिस बिना हिचकिचाए उनके खिलाफ हिंसा का इस्तेमाल करती है। साल 2020 में जॉर्ज फ्लॉयड के मामले ने पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था। एक ओर तो ट्रम्प ऐसे लोगों की आलोचना करने में हिचकते हैं, जो गोरों को ज्यादा बेहतर मानते हैं। वहीं कमला हैरिस उन सांसदों में से एक हैं, जिन्होंने रंगभेद करने वाले पुलिसवालों के खिलाफ एक्शन लेने के लिए जस्टिस इन पुलिसिंग एक्ट का समर्थन किया था। हालांकि यह एक्ट पास नहीं हो पाया। कमला हैरिस के पक्ष में सबसे बड़ा फैक्टर उनका भारतवंशी, अश्वेत और महिला होना ही है। ये सब डेमोक्रेटिक पार्टी का सबसे बड़ा वोटबैंक है। चार साल तक उपराष्ट्रपति बने रहने के चलते कमला को खासा प्रशासनिक अनुभव हो गया है।