यूपी उपचुनाव की जंग…बीजेपी बूस्टर डोज के संग…क्या यूपी में असर डालेगा बटेंगे तो कटेंगे का नारा…
बीजेपी की तरफ से जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा चुनाव में जातियों को लामबंद करने की रणनीति के तहत बटेंगे तो कटेंगे का नारा दिया था। जिसका प्रभाव चुनावी रिजल्ट में देखने को मिला। क्या अब इसी की तर्ज पर बीजेपी यूपी में खेला करेगी या समाजवादी पार्टी बीजेपी के इस खेले में खलल डालेगी।
यूपी उपचुनाव की जंग
BJP का बूस्टर ये नारा
‘बटेंगे तो कटेंगे’ का नारा
हिंदुत्व के एजेंडे पर है फोकस?
क्या सपा खेले में डालेगी खलल…!
किसका चलेगा जोर…कौन कमजोर…?
बटेंगे और कटेंगे पर राजनीति
चुनाव आयोग की ओर से यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित कर दिया है। राज्य की 9 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी। इसके साथ ही 23 नवंबर को उपचुनाव का रिजल्ट आ जाएगा। चुनावी की तारीखों के ऐलान के बाद ही सत्ताधारी पार्टी बीजेपी और विपक्षी दल समाजवादी कांग्रेस तैयारी में जुट गए हैं। लेकिन अब यहां सवाल उठता है कि क्या बीजेपी की तैयारी बटेंगे तो कटेंगे के आधार पर हो रही है, यदि हां तो क्या समाजवादी पार्टी बीजेपी के इस खेले में खलल डालने में कामयाग होगी। सपा खलल डालती है तो कैसे? जानेंगे सभी सवालों के जवाब…।
रालोद 2022 में सपा के साथ थी, लेकिन अब बीजेपी के साथ है। ऐसे में कुछ समीकरण बीजेपी के पक्ष में दिख रहे हैं। साथ ही साथ कुछ हद तक BJP हिंदुत्व के एजेंडे पर ही जातियों को साधने की कोशिश करती नजर आ रही है। क्योंकि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में मिले बूस्टर डोज का बीजेपी फायदा वह यूपी में जरुर उठाएगी। इसके साथ ही बीजेपी भी हिंदुत्व के मुद्दे पर हमेशा आगे ही रहती है।
विधानसभा सीटों के जातिय समीकरण
सीसामऊ में – सपा – जनरल -25 एसटी- 16 मुस्लिम-45 अन्य-14
फूलपुर में – बीजेपी ओबीसी- 43 जनरल -25 एससी- 18 मुस्लिम-15
करहल – सपा ओबीसी- 55 जनरल -20 एससी- 18 मुस्लिम-5 अन्य-2
मझवां – निषाद पार्टी, ओबीसी- 40 जनरल -30 एससी- 17 मुस्लिम-5 अन्य-8
कटेहरी – सपा दलित- 4 लाख, मुस्लिम-3.70 लाख, कुर्मी-1.78 लाख यादव-1.70 लाख, ब्राम्हण-1.35 लाख, ठाकुर मतदाता- 1 लाख
गाजियाबाद (सदर) – बीजेपी हिन्दू-72% मुस्लिम -25 अन्य-3
खैर -बीजेपी जाट-1.10लाख, दलित – 50 हजार, ब्राम्हण- 40 हजार मुस्लिम-30 हजार
कुंदरकी – सपा ओबीसी- 18 जनरल -9 एससी- 11 मुस्लिम-60 अन्य-2
मीरापुर – रालोद ओबीसी- 38 जनरल -5 एससी- 19 मुस्लिम-37 अन्य-1
राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ की ओर से दिए गए बटेंगे तो कटेंगे के नारे से पार्टी को बूस्टर मिल सकता है। क्योंकि इसका फायदा बीजेपी को जम्मू-कश्मीर के साथ हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतदान केन्द्रों पर मिला था। बीजेपी की तरफ से जम्मू-कश्मीर के साथ हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार में जातियों को लामबंद करने की रणनीति के तहत बटेंगे तो कटेंगे का नारा बुलंद किया गया था। जिसका असर भी काफी देखने को मिला। इसी नारे का असर था कि हरियाणा में बीजेपी जाट वोट के अलावा दलित और यादव वोट बैंक में भी सेंधमारी कर पाई थी। वहीं अब यूपी उपचुनाव में हिंदुत्व के साथ राष्ट्रवाद के फॉर्मूले का परीक्षण बीजेपी करने वाली है।
इन 9 सीट पर होना हैं उप चुनाव
यूपी में जिन 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें मैनपुरी की करहल, कानपुर की सीसामऊ, प्रयागराज की फूलपुर, अंबेडकरनगर की कटेहरी, मिर्जापुर की मझवां, गाजियाबाद सदर, मुरादाबाद की कुंदरकी, अलीगढ़ की खैर के साथ् मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट शामिल है। इन सभी विधानसभा सीट पर साल 2022 में चुनाव हुए थे, जिनमें 4 सीट सपा,3 सीट बीजेपी,1 रालोद और 1 सीट पर निषाद पार्टी ने चुनाव में जीत हासिल की थी।