आज़ादी के 75 साल बाद बलिया को मिलेगी ये नई पहचान..जहाँ गाड़े जाते थे हथियार, अब वह जमीन उगलेगी तेल…!
यूपी में बलिया का नाम आज़ादी के बाद एक बर फिर देश भर में चर्चित हो रहा है। दरअसल आजादी की लड़ाई के वक्त यहां हथियार गाड़े जाते थे। अब यह जमीन तेल उगलेगी। दावा किया जा रहा है कि आजादी के परवाने चित्तू पांडेय का गांव मुंबई बन जाएगा।
- स्वतंत्रता संग्राम में बलिया महत्वपूर्ण केंद्र था
- अब बलिया में कच्चे तेल के विशाल भंडार की खोज
- ओएनजीसी ने तेल का कुआं खोदना भी शुरू किया
- स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चित्तू पांडेय के गांव है वैना रत्तूचक
- मुश्किल से एक फसल होती थी
- अब यह धरती उगलेगी ‘सोना’
- चित्तू पांडेय की जमीन में ONGC तेल का कुआं खोद रहा
- कभी इसी कछार में छिपते थे क्रांतिकारी
बताया जाता है कि स्वतंत्रता संग्राम में उत्तर प्रदेश का बलिया महत्वपूर्ण केंद्र था। अब यह जिला कच्चे तेल के विशाल भंडार की खोज के बाद चर्चा में है। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चित्तू पांडेय के गांव में ओएनजीसी ने तेल का कुआं खोदना भी शुरू कर दिया हैयह भूमि वही है जहां आजादी की लड़ाई के वक्त क्रांतिकारियों ने अपने हथियारों छिपाए थे। इस खोज से बलिया के विकास की नई उम्मीद नजर आने लगी हैं।
स्वतंत्रता आंदोलन में UP के बलिया ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। यही बलिया में गंगा और घाघरा नदी के कछार वाले इलाके तो इस आंदोलन के प्रमुख केंद्र हुआ करते थे। गंगा के इसी कछार में ही स्थित है सागरपाली के पास महान स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय का गांव वैना रत्तूचक। यह वही स्थान है, जहां आज़ादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लोहा लेने के लिए क्रांतिकारी जमा होते थे। क्रांतिकारियों को जैसे ही यहां पर पुलिस के आने की सूचना मिलती वे अपने असलहे आसपास के खेतों में गाड़ दिया करते थे। अब आजादी के 75 साल बाद वही खेत जहां पर हथियार बढ़ाई जाते थे अब ‘तेल’ उगलने को तैयार हैं। तेल ओर प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड ONGC ने इन्हीं खेतों में बड़ी मात्रा में कच्चे तेल का भंडार खोज निकाला है।
मंत्री दयाशंकर सिंह का दावा “बलिया बनेगा बॉम्बे”
योगी आदित्यनाथ सरकर में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने ये है दावा किया है कि अब UP के बलिया को बॉम्बे बनने से कोई नहीं रोक सकता। मंत्री दयाशंकर सिंह का कहना है कि बलिया की माटी सदैव से ऊर्जा से भरी रही है। इस ऊर्जा की ताकत आजादी के आंदोलन के दौरान देश ने ही नहीं, पूरी ब्रिटिश हुकूमत ने देखी।अब वही ऊर्जा एक नए रूप में बलिया की पहचान दुनिया को कराने वाली है। मंत्री ने यह भी कहा कि बहुत जल्द बलिया से कच्चे तेल का प्रोडक्शन प्रारंभ हो जाएगा। इससे इस क्षेत्र में विकास की नई इबारत लिखी जाएगी।
ONGC ने शुरू की तेल के कुएं की खुदाई
ओएनजीसी ने अब यहां तेल के कुएं की खुदाई भी शुरू कर दी है। बताया जता है की खुदाई के लिए चित्तू पांडेय के परिवार की ही करीब साढ़े 6 एकड़ जमीन को पट्टे पर ली गई है जहाँ घेराबंदी कर दी गई है।
स्थानीय लोगों के चेहरे पर खुशी
बताया जता है की बलिया में असम से मंगाई गई अत्याधुनिक मशीनों से करीब 3001 मीटर गहरे कुएं की खुदाई का काम किया जा रहा है। इस दौरान वहां पर करीब 700 मीटर गहरे कुएं की खुदाई हो चुकी है। अगले ढाई महीने में बाकी बची गहराई तक कुआं के अंदर खोदा जाना है। इस जमीन में तेल भंडार मिलने पर रत्तू चक गांव ही नहीं, पूरे कछार के लोग चेहरे पर प्रसन्नता देखी जा रही हैं।… प्रकाश कुमार पांडेय