दिल्ली। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण दिल्ली, गुजरात, लखनऊ समेत कई राज्यों में हल्की बारिश हुई। इससे उत्तर भारत में तेजी से बढ़ रही गर्मी से राहत मिली है। बीती रात राजस्थान के दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में ऐसा ही मौसम देखने को मिला।देश के कई राज्यों में बेमौसम की बारिश और ओलावृष्टि से अन्नदाता चिंतित है क्योंकि खेत में खड़ी उसकी फसल बर्बाद हो चुकी है।
यूपी-बिहार समेत 10 राज्यों में बारिश का अलर्ट
आईएमडी ने अगले दो दिनों तक करीब 10 राज्यों में बारिश की संभावना जताई है। कुछ राज्यों में ओलावृष्टि की भी संभावना जताई गई है। दिल्ली-एनसीआर के अलावा यूपी, बिहार, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में बारिश होने की संभावना है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड में तेज हवा चलने की संभावना है। अरावली जिले पर कुदरत ने किया कहर, लगातार दूसरे दिन आज भी बारिश जारी है। किसानों की फसल पूरी तरह से नष्ट होने से परिवार कैसे पालेंगे ये चिंता सता रही है। बारिश ने विशेष रूप से मोडासा तालुक के ग्रामीण क्षेत्रों, मेघराज के ग्रामीण क्षेत्रों और भिलोदा, तीर्थ स्थल शामलाजी को तेज हवाओं और आंधी के साथ झकझोर कर रख दिया। मोदासा और शामलाजी के मुहल्लों में बारिश के कारण बत्तियां बुझा दी गई हैं। मेघराज के कंभरौदा में एक घंटे से लगातार बारिश हो रही है। बारिश किसानों के लिए आफत साबित हुई है। लगातार दूसरे दिन आज भी बेमौसम बारिश जारी रहने से पूरी फसल खराब होने की संभावना है। अरावली जिले में बेमौसम बारिश के बाद मालपुर तालुक में 700 बीघा गेहूं की फसल तैरती नजर आई। लाखों का नुकसान उठा रहे किसानों को मदद की मांग की।
राजस्थान में चार की मौत, करोड़ों की फसल बर्बाद
बात करें राजस्थान की तो यहा बेमौसम बारिश से भारी नुकसान हुआ है। बारिश के कुछ ही घंटों में चार लोगों की मौत हो गई। करोड़ों रुपए की फसल बर्बाद हो गई। नागौर, अलवर और पाली में वज्रपात से चार लोगों की मौत हो गई। जो बारिश और बिजली से बचने के लिए वहां पेड़ों के नीचे छिप गए। कई जिलों में रविवार को भी बारिश की चेतावनी दी गई है। बेमौसम बारिश से किसानों के आंसू नहीं थम रहे हैं। यह समस्या राजस्थान में सक्रिय हुए एक नए वेदर सिस्टम के कारण हो रही है।
तेलंगाना में 17.7 मिमी बारिश
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश हुई। तेलंगाना स्टेट डेवलपमेंट प्लानिंग सोसाइटी की रिपोर्ट के मुताबिक राजेंद्रनगर और चंद्रायनगुट्टा इलाकों में 17.7 मिलीमीटर बारिश हुई। विकाराबाद, रंगारेड्डी और संगारेड्डी जिलों में करीब आधे घंटे तक ओलावृष्टि जारी रही। सड़कों पर मोती की चादर बिछ गई और यातायात बाधित हो गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले सप्ताह तक बूंदाबांदी जारी रहने की संभावना है। जलती हुई गर्मी और प्रदूषण के स्तर को कम करने से कुछ राहत मिल सकती है।
आफत की बारिश
वहीं गुजरात के मालपुर तालुका में बेमौसम बारिश किसानों के लिए आफत लेकर आई है। मालपुर तालुक के सुराणापहड़िया, महियापुर, वावडी, सतरदा, उभारण आदि गांवों में बड़े ओले गिरे हैं। फिर किसानों ने 700 बीघे से 1200 बीघा जमीन में गेहूं और मक्का लगाया है। फसल पूरी तरह पानी में डूब गई है। किसान चालू सीजन में गेहूं की फसल के बंपर उत्पादन की उम्मीद कर रहे थे। उन उम्मीदों पर पानी फिर गया है। गेहूँ की फसल तैयार हो चुकी थी और उसके पुल बन चुके थे और अभी गेहूँ निकालना बाकी था। वहीं, बेमौसम बारिश से गेहूं की फसल लहलहाने लगी। मक्का की फसल भी पूरी तरह जलमग्न हो गई है। किसानों की मांग है कि प्राकृतिक आपदा से कृषि में हुए नुकसान का मुआवजा दिया जाए।
आम की फसल चौपट
गुजरात के वलसाड जिले में बेमौसम बारिश से आम उत्पादक किसान संकट में हैं। तिथल व हलार क्षेत्र में आधी रात को बिजली गिरने के साथ बारिश हुई। इस बार आम की अच्छी फसल होने की उम्मीद थी, लेकिन बारिश से किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। क्योंकि बारिश से कई तरह के फफूंद जनित रोग होने की आशंका है। वहीं दूसरी ओर बड़े आम में कीड़ा लगने की संभावना बढ़ रही है। वलसाड के किसान फिलहाल सरकार से बारिश से हुए नुकसान का सर्वे कराने की उम्मीद कर रहे हैं। वलसाड जिले में आम की अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे किसान इस बार तनाव में हैं क्योंकि बेमौसम बारिश दूसरी बार के आमों को नुकसान पहुंचा रही है जिससे बंपर फसल होने की संभावना थी।