जम्मू कश्मीर में रोहिंग्याओं को लेकर मचा सियासी बवाल…जानें आखिर संयुक्त राष्ट्र की टीम क्यों पहुंची कठवा…? कभी बांग्लादेश का भी कर लिया होता रुख….!

United Nations refugee rights agency Jammu and Kashmir Rohingyas United Nations

संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी UNHCR अधिकारी जम्मू की एक रोंहिग्या बस्ती में रोहिंग्याओं से मुलाकात करने पहुंचे हैं. ये दौरा ऐसे समय हुआ है, जब जम्मू कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों और खुफिया एजेंसियों की ओर से गैर कानूनी तरीके से रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है.

जम्मू कश्मीर में रोहिंग्याओं पर सियासी बवाल, मिलने पहुंची संयुक्त राष्ट्र की टीम संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी अधिकार एजेंसी की टीम जम्मू पहुंची। जहां करयानी तालाब में रोहिंग्या बस्ती का टीम ने दौरा किया। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी अधिकार एजेंसी की टीम का दौरा ऐसे समय में हुआ है जब जम्मू कश्मीर में सुरक्षा एजेंसियों और गुप्तचर एजेंसियों की ओर से गैर कानूनी तरीके से वहां रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों के खिलाफ अभियान एक बड़ा चलाया जा रहा है।

रोहिंग्या शरणार्थियों के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों के इस अभियान का राज्य के कई संगठन विरोध कर रहे हैं। अब इस मामले में संयुक्त राष्ट्र का भी दखल हो गया है। संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी अधिकार एजेंसी की टीम के दो अधिकारियों ने यहां पर रोहिंग्याओं से मुलाकात की है। संयुक्त राष्ट के अधिकारियों में एक भारतीय हैं तो एक जापानी नागरिक थे। अब यह खबर सामन आ रही है कि एक बार फिर से UNHRC की टीम रोहिंग्याओं से मुलाकात करने जा सकती है।

इससे पहले मार्च 2024 में UNHRC के चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने रोहिंग्याओं को जम्मू कश्मीर के कठुआ में स्थानांतरित किए जाने के बाद वहां का दौरा किया था। सूत्रों की माने तो 158 रोहिंग्या शरणार्थी की ओर से गैर कानूनी तरीके से जम्मू कश्मीर में आधार कार्ड और दूसरे जरुरी दस्तावेज बनवाए हैं। इसके अतिरिक्त यह भी जानकारी मिली है की सुरक्षा एजेंसियों ने चार ऐसे NGO की वहां शिनाख्त की है जो रोहिंग्याओं को जम्मू कश्मीर में दस्तावेज तैयार करने में मदद कर रहे हैं।

बिजली और पानी का कनेक्शन काटा

जम्मू के नरवाल क्षेत्र में बड़ी संख्या में रोहिंग्या रह रहे रहे हैं। जिनकी जनगणना के बाद स्थानीय प्रशासन ने उनके बिजली और पानी के कनेक्शन काट दिए थे। इसके बाद से राज्य में इस पर सियासत भी तेज हो गई। विरोधी दलों ने इसे मानव अधिकारों के विरुद्ध बताया। बता दें कई ऐसी भी खबरें ऐसी हैं जिनमें देश विरोधी गतिविधियों में रोहिंग्या के संल्प्ति होने की जानकारी मिली है। जिसके चलते अब सुरक्षा एजेंसियाों की टीम इन बस्तियों पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। वहीं UNHRC की टीम के दौरे के विरोध में लोग कहते नजर आ रहे हैं कि बांग्लादेश में जिस तरह से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है उसे लेकर UN खामोश है लेकिन जम्मू कश्मीर में यहां गैर कानूनी तरीके से रहने वाले रोहिंग्या घुसपैठियों की चिंता करते हुए UNHCR की टीम जम्मू तब आ पहुंची।

प्रकाश कुमार पांडेय

Exit mobile version