केन्द्रीय मंत्री टेनी के बेटे पर हमला कराने का आरोप
Lakhimpur Kheri Case:लखीमपुर खीरी में तिकुनिया कांड एक बार फिर चर्चा में है। 16 दिसंबर से केस का ट्रायल शुरू होना है। लेकिन इससे पहले इस मामले के मुख्य गवाह प्रभुजोत सिंह और उनके छोटे भाई सर्वजीत सिंह पर जानलेवा हमला किया गया है। यह हमला उस समय हुआ जब वे एक मुंडन समारोह में षामिल होने पहुंचे थे। इस दौरान तलवार से किए हमले में सर्वजीत के सिर पर गंभीर चोट आई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं घायल प्रभुजोत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे और तिकुनिया कांड के मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा के इशारे पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया है।
गवाह के भाई का आरोप है कि आशीष मिश्रा के खास आदमी ने हमला किया। लखीमपुर खीरी तिकुनिया कांड के मुख्य गवाह प्रभुजोत सिंह का कहना है कि शनिवार को भाई के साथ अपने दोस्त अनुज गुप्ता के बेटे के मुंडन में गया था वहां विकास चावला भी था। जिसने पहले उनसे लड़ाई की, तो वे वहां से हट गए। लेकिन कुछ ही दू कुछ ही दूरी पर बैठे उसके भाई और उस पर विकास ने पीछे से तलवार से हमला कर दिया। जब तक वहां पहुंचा तो वह भाई के सिर पर तलवार से दो बार वार कर चुका था। हमले के बाद चावला मौके से फरार हो गया।
कोतवाली में नहीं लिखा गया मुकदमा
घायल भाई को लेकर जब कोतवाली गए तो कोतवाल ने निघासन भेज दिया। जहां प्राथमक उपचार किया गया लेकिन कोतवाली में मुकदमा नहीं लिखा गया। उन्होंने कहा विकास चावला, आशीष मिश्रा का खास आदमी है। उसके लिए वसूली का काम करता है। प्रभुजात ने बताया साथ में गनर होने से उसपर हमला नहीं कर पाया।लेकिन भाई वार कर दिया। अभी उसके भाई पर हमला किया गया है। कल उसपर भी हमला हो सकता है। उसके साथ कुछ भी हो सकता है। वहीं प्रशासन का कहना है कि वे दबाव में हैं।
आशीष मिश्रा पर हत्या का आरोप तय
तिकुनिया हिंसा मामले में मुख्य आरोपी आशीश मिश्रा है जसे केन्द्रीय मंत्री टेनी का बेटा है। आशीष मिश्रा समेत 14 आरोपियों पर हत्या का केस चलना है। लखीमपुर की एडभ्जे कोर्ट ने 5 दिन पहले चार्जशीट के आधार पर अजय मिश्रा समेत 14 लोगों पर आरोप तय किये हैं। आशीष पर हत्या का आरोप तय किया गया है। उन पर हत्या का मुकदमा चलेगा। इसी मामले में 16 दिसंबर से ट्रायल शुरू होना है।
ट्रायल से पहले बनाया जा रहा दबाव
तिकुनिया हिंसा के मुख्य गवाह प्रभजोत सिंह का आरोप है कि 16 तारीख से केस का ट्रायल होना है। लेकिन इससे पहले उस पर हमला करके दबाव बनाया जा रहा है। दबाव बनाने के लिए आशीष के इशारे पर विकास चावला ने हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है, हमले के बाद उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई।
पहले भी हो चुका है तीन गवाहों पर हमला
तिकुनिया हिंसा मामला हाईप्रोफाइल होने से मीडिया की सुर्खियों में बना रहता है। बता दें जून 2022 में भी बाइक सवार हमलावरों ने भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष और तिकुनिया हिंसा कांड में गवाह दिलबाग सिंह पर हमला किया था। उनकी कार पर तीन राउंड फायरिंग की थी। हालांकि फायरिंग में दिलबाग सिंह कार में थे लेकिन वक बाल बाल बच गए। मामले के दो और गवाह जिसमें दिलजीत सिंह पर 10 मार्च को हमला किया गया था। जबकि हरदीप सिंह पर 10 अप्रैल को हमला किया गया। हालांकि हमलों में यह दोनों भी बाल बाल बच गए थे।
जेल में बंद है केन्द्रीय मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा
केन्द्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बेटा पिछले 225 दिन से जेल बंद में है। उसकी जमानत नहीं हो पा रही है। जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए लोअर कोर्ट से लेकर उसके वकील सुप्रीम कोर्ट तक गए। इसी साल सितंबर में सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार को नोटिस भी जारी किया था। हालांकि अभी तक आशीष मिश्रा को जमानत नहीं मिल पाई है।
मरने वालों में किसान,पत्रकार और बीजेपी कार्यकर्ताा शामिल
बता दें यूपी के लखीमपुर जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर नेपाल की सीमा से सटे तिकुनिया गांव में प्रदर्शन कर रहे किसान पर अचानक से तीन लग्जरी गाड़ियों ने किसानों को रौंद दिया था। 3 अक्टूबर 2021 को हुए इस कांड में 8 लोगों की मौत हुई थी। इसमें 4 किसान थे तो एक स्थानीय पत्रकार भी शामिल था। तो भाजपा के दो कार्यकर्ता भी मरने वालों में शामिल थे।