शिवराज की कुर्सी टूटी…..! AIR INDIA को लेकर टूट गया भ्रम…टूटी सीट पर करना पड़ी जब हवाई यात्रा..शिवराज ने पूछे एयर इंडिया प्रबंधन से ये सवाल

शिवराज की कुर्सी टूटी…..! एयर इंडिया को लेकर टूट गया शिवराज का भ्रम…टूटी सीट पर करना पड़ी जब हवाई यात्रा

केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान जब एयर इंडिया के एक विमान से यात्रा कर रहे थे तब उनको यात्रा के दौरान टूटी कुर्सी पर बैठना पड़ा। जो खासा तकलीफ दायक था। ऐसे में शिवराज ने अपना पूरा गुस्सा एयर इंडिया पर उतार दिया। दरअसल केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान को पूसा में किसान मेले का उद्घाटन करने के साथ कुरुक्षेत्र में प्राकृतिक खेती मिशन की बैठक और चंडीगढ़ में किसान संगठन के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करनी थी। ऐसे में उन्होंने एयर इंडिया की फ्लाइट के जरिए भोपाल से दिल्ली जाने का फैसला किया। जब शिवराज भोपाल से दिल्ली की यात्रा के लिए एयरपोर्ट पहुंचे तो एयर इंडिया की फ्लाइट AI436 में टिकट मिला। जहां उन्हें 8 सी नंबर की सीट आवंटित की गई, लेकिन जब शिवराज एयर इंडिया के विमान में अपनी सीट पर पहुंचे, तो देखा कि वह टूटी हुई थी और अंदर धंसी हुई भी थी। जिस पर बैठना खासा तकलीफदेह साबित हुआ।

ऐसे में शिवराज ने एयर इंडिया की सेवाओं पर एक के बाद एक कई सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया पर भी अपनी यात्रा के अनुभव साझा किये और ट्वीट करते हुए बताया कि भोपाल से दिल्ली जाते समय उन्हें एयर इंडिया के विमान में टूटी और धंसी हुई सीट दी गई। जिससे उन्हें काफी असुविधा का सामना करना पड़ा।
केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अब इसे यात्रियों के साथ धोखा करार देते हुए सवाल किया ​है कि क्या एयर इंडिया प्रबंधन इस पर कोई सुधारात्मक कदम उठाएगा या हवाई यात्रियों की मजबूरी का वह फायदा उठाता रहेगा?
इतना ही नहीं केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एयर इंडिया की ओर से विमान में मुहैया कराई जाने वाली सेवाओं पर भी सवाल उठाये और ट्वीट किया है। जिसमें शिवराज ने एयर इंडिया के इस विमान में सीट की बेहद खराब हालत को लेकर आपत्ति भी जताई। हालांकि एयर इंडिया की ओर से बाद में खेद जताया गया है। साथ ही सोशल मीडिया पर किये गये ट्वीट का जवाब देते हुए एयर इंडिया की ओर से लिखा गया है कि उन्हें हुई असुविधा के लिए वे खेद जताते हैं। साथ ही हम भविष्य में ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए इस पूरे मामले को सावधानीपूर्वक देखा जा रहा है। एयर इंडिया की ओर इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए केन्द्रीय मंत्री शिवराज से चर्चा के लिए समय मांगा है।

विमानकर्मियों ने दी थी पहले ही प्रबंधन को सीट खराब होने की सूचना

शिवराज ने लिखा कि जब उन्होंने विमानकर्मियों से इस संबंध में पूछा कि जब खराब सीट थी तो आवंटित ही क्यों की? तो विमानकर्मियों ने बताया कि प्रबंधन को इस संबंध में पहले ही सूचित कर दिया था कि विमान की यह सीट ठीक नहीं है, इसे किसी को आवंटित न किया जाए। विमानकर्मियों ने बताया ऐसी एक नहीं और भी सीटें हैं जो खराब हैं।

सहयात्रियों ने किया था सीट बदलने का आग्रह,टूटी सीट पर ही बैठे शिवराज

शिवराज ने आगे लिखा है कि विमान में मौजूद सहयात्रियों ने उनसे बहुत आग्रह किया कि वे उनके साथ सीट बदल कर अच्छी सीट पर बैठ जाएं, लेकिन पे अपने लिए किसी और को इस तरह तकलीफ नहीं देना चाहते थे, लिहाजा उन्होंने फैसला किया कि वे इसी टूटी सीट पर ही बैठकर अपनी यात्रा पूरी करेंगे।

टूट गया शिवराज का भ्रम

शिवराज ने बेहद सख्त लहजे में लिखा कि उनकी धारणा थी कि टाटा प्रबंधन के हाथ में लेने के बाद एयर इंडिया की सेवाओं में बेहतरी हुई होगी, लेकिन यह उनका भ्रम ही निकला। उन्हें विमान में बैठने में कष्ट की चिंता नहीं है लेकिन विमान के यात्रियों से जब पूरा पैसा वसूला जाता है तो उन्हें खराब और कष्टदायक सीट पर बैठाना क्या अनैतिक नहीं है। क्या यह विमान के यात्रियों के साथ एक तरह से धोखा नहीं है? क्या भविष्य में आगे इस तरह से किसी यात्री को कष्ट न हो, इसके लिए एयर इंडिया प्रबंधन केई कदम उठाएगा या इसी तरह यात्रियों की जल्दी पहुंचने की विवशता का फायदा एयर इंडिया उठाता रहेगा।

(प्रकाश कुमार पांडेय)

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