अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में यहूदी म्यूजियम के बाहर इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मार कर हत्या कर दी गई। वॉशिंगटन में Capital Jewish Museum के बाहर यह वारदात हुई है। Capital Jewish Museum में अमेरिकन जुइश कमेटी की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा था। जो अमेरिकी Jewish समिति की ओर से ही आयोजित किया गया था। अब इस पूरे मामले की जांच एफबीआई की ज्वॉइंट टेररिज्म टास्कफोर्स की ओर से की जा रही है।
- वाशिंगटन DC में कैपिटल यहूदी संग्रहालय के पास मारी गोली
- इजराइली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या
- घटना के बाद पुलिस ने की जांच शुरू
- अमेरिका में बढ़ते इस्राइल-फिलिस्तीन विवाद के बीच हुई है घटना
बता दें वाशिंगटन डीसी के कैपिटल यहूदी संग्रहालय के बाहर बुधवार रात इजरायली दूतावास के दो कर्मचारियों की गोली मारकर हत्या के मामले में अमेरिकी अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है और संदिग्ध को हिरासत में ले लिया गया है।
मेट्रोपॉलिटन पुलिस प्रमुख पामेला स्मिथ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पीड़ित, एक पुरुष और एक महिला, संग्रहालय में एक कार्यक्रम से बाहर निकल रहे थे। जब 30 साल के संदिग्ध चार व्यक्तियों के समूह के पास पहुंचा। बगैर किसी चेतावनी के आरोपी ने गोलीबारी शुरू कर दी। जिससे दोनों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार संदिग्ध, जिसकी पहचान एलियास रोड्रिगेज के रूप में की गई है, को कथित तौर पर शूटिंग से पहले संग्रहालय के बाहर घूमते हुए देखा गया था। गोलियां चलाने के बाद वह संग्रहालय में घुस गया। जहां उसे हिरासत में ले लिया गया। चीफ स्मिथ के अनुसार गिरफ्तारी के दौरान उस व्यक्ति ने “फ्री, फ्री फिलिस्तीन” का नारा लगाना शुरू कर दिया था।
डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया
इज़राइली दूतावास के दो कर्मचारियों की हत्या के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी कड़ी निंदा की है। ट्रंप ने इसे स्पष्ट रूप से एक “यहूदी-विरोधी” हमला करार दिया और पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म, ट्रुथ सोशल, पर लिखा है कि यह हमला “स्पष्ट रूप से यहूदी-विरोधी” था। उन्होंने इस प्रकार की नफरत और कट्टरता के लिए अमेरिका में कोई स्थान नहीं है।
न्यायिक कार्रवाई का आश्वासन
वहीं अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी ने कहा है कि आरोपी के खिलाफ पूरी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। एफबीआई और वाशिंगटन मेट्रोपॉलिटन पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। इसे संभावित घृणा अपराध या आतंकवादी हमले के रूप में देखा जा रहा है।
बता दें यह घटना ऐसे समय में हुई है जब इज़राइल और गाज़ा के बीच तनाव बढ़ा हुआ है।अमेरिका में यहूदी समुदायों के खिलाफ घृणा अपराधों में वृद्धि लगातार देखी जा रही है। इस घटना ने भी इज़राइली राजनयिकों और यहूदी संस्थानों की सुरक्षा को लेकर वहां गंभीर चिंता उत्पन्न की है। हालांकि राष्ट्रपति ट्रंप की प्रतिक्रिया से स्पष्ट है कि उनकी प्रशासन इस प्रकार की हिंसा और यहूदी-विरोधी घटनाओं के प्रति सख्त रुख अपनाए हुए है। वे न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।