पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और से रविवार को शहीद दिवस रैली आयोजित की जा रही है। इस दिल्ली में में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव हिस्सा लेंगे। बता दे अखिलेश यादव और ममता बनर्जी पर सबकी निगाहें रहेगी हैं। माना जा रहा है कि इस मंच से दोनों नेता कुछ बड़ा एलान कर सकते हैं। लोकसभा चुनाव में टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने अखिलेश यादव के लिए प्रचार किया था।
- कोलकाता में पुलिस ने की थी टीएमपी पर फायरिंग!
- 21 जुलाई 1993 को पुलिस की गोली में मारे गए थे 13 कार्यकर्ता
- टीएमसी की ओर से निकाली जा रही थी रैली
- ममता बनर्जी के सामने पुलिस ने मारे थे टीएमसी के 13 कार्यकर्ता
- हर साल 21 जुलाई को टीएमसी मनाती है शहीद दिवस
पश्चिम बंगाल के लिए 21 जुलाई का दिन काफी महत्वपूर्ण दिन है। क्योंकि तृणमूल कांग्रेस इस दिन को शहीद दिवस मना रही है। इस दिन की बात करते हुए राज्य मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया CPIM पर जमकर निशाना साधा। इसके अलावा ममता बनर्जी ने इस दिन को टीएमसी के लिए भावनात्मक मील का पत्थर कहा है।
CPI के दमन के खिलाफ निकाली थी TMC ने रैली
दरअसल आज से 31 साल पहले यानी 21 जुलाई 1993 को आज के ही दिन रैली में टीएमसी के 13 सदस्यों की मौत हो गई थी। उस समय राज्य में सीपीआई एम की सरकार थी। ऐसे में उस दिन को याद करते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट किया है। जिसमें ममता ने सीपीआई(एम) पर तीखा हमला बोला और कहा 31 साल पहले इसी दिन दमन के खिलाफ लड़ाई में उन्होंने अपने साथियों को खो दिया था।
दमनकारी शासन ने 13 लोगों की जान ले ली थी। ममता ने इस दिन को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि 21 जुलाई बंगाल के इतिहास में एक खूनों से भरा दिन है। 21 जुलाई जो बंगाल की लोक संस्कृति का एक ऐसा अंग है। जिसे कभी अलग नहीं किया जा सकता है।
31 साल पहले हुई थी TMC के 13 कार्यकर्ताओं की मौत
बता दें पश्चिम बंगाल युवा कांग्रेस की ओर से 21 जुलाई 1993 को ममता बनर्जी के नेतृत्व में एक रैली का आयोजन किया गया था। इस रैली में मतदान के लिए मतदाता पहचान पत्र ही एकमात्र जरूरी दस्तावेज बनाया जाने की मांग की गई थी। इस दौरान कोलकाता में पश्चिम बंगाल की पुलिस ने रैली पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की गोली से टीएमसी के 13 लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद से हर साल 21 जुलाई को टीएमसी कोलकाता में अपना वार्षिक शहीद दिवस कार्यक्रम आयोजित करती आ रही है।
मां-माटी-मानुष दिवस
पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए रैली के दौरान मारे गए लोगों का स्मरण किया और लिखा कि टीएमसी की ओर से हर साल इस ऐतिहासिक दिन पर अपने वीर शहीदों को प्यार और सम्मान के साथ याद किया जाता है। ममता ने लिखा इसके साथ हम उन सभी लोगों को भी याद करते हैं जिन्होंने हमारे देश और साथ ही इंसानों के लिए हुए आंदोलनों में अपने प्राणों का बलिदान किया था। ममता ने कहा हम इस दिन को मां-माटी-मानुष दिवस के रूप में मनाते हैं। अपनी लोकतांत्रिक चुनावी जीत को हम पश्चिम बंगाल के लोगों को समर्पित करते हैं।