मुंबई। निर्देशक जेम्स कैमरन की अवतार 2 फिलहाल सिनेमाघरों में है और काफी धुआंधार चल रही है, लेकिन उन्हें कैमरन बनानेवाली फिल्म के बारे में क्या आप जानते हैं? 1997 ईस्वी में एक ऐसी कलासिक फिल्म आई, जिसने लोगों को सिनेमा की नई परिभाषा दी। यह मास्टरपीस थी फिल्म ‘टाइटैनिक’ जिसे दिग्गज फिल्ममेकर जेम्स कैमरून ने निर्देशित किया था।
- टाइटैनिक अपने समय की सबसे महंगी फिल्म थी
- अब भी यह टॉप 3 महंगी फिल्मों में एक
- फिल्म को 14 ऑस्कर के लिए नामांकित किया गया, 11 पुरस्कार मिले
- अचरज की बात ये है कि एक्टिंग के लिए एक भी पुरस्कार नहीं मिला
- इस फिल्म की अब रजत जयंती है
यह उस समय की सबसे महंगी फिल्म थी और इस फिल्म पर पानी की तरह रुपया बहाया गया। आज यह सिल्वर जुबली मना रही है।
जेम्स कैमरून ने नहीं रखी कोई कमी, बहाया रुपया
जेम्स कैमरून ने इस फिल्म को बनाने के लिए असल विषय को चुना था. साल 1912 में साउथटैम्प्टन से पहली बार चला आरएमएस टाइटैनिक जहाज डूब गया था और कई लोगों ने इसमें अपनी जिंदगी खो दी थी। इसी त्रासदी पर जेम्स ने फिल्म बनाने का निर्णय लिया। उन्होंने बस इसके साथ लव स्टोरी जोड़ दी।
असल टाइटैनिक जहाज को बनाने में जितने रुपये खर्च हुए थे, उससे 25 गुना ज्यादा रुपये फिल्म को बनाने में खर्च किए गए थे। फिल्म के एक सीन में जहाज को डूबता दिखाने के लिए एक करोड़ लीटर पानी का इस्तेमाल किया गया था। कैमरून ने फिल्म का कार्पेट उन्हीं लोगों के वारिसों से बनवाया, जिन्होंने असली टाइटैनिक के लिए कार्पेट बनाया था। जाहिर है, ये बारीकियां दिखाने के लिए पानी की तरह पैसा बहाया गया। इस फिल्म को बनाने में कुल खर्चा 1250 करोड़ रुपये का खर्चा आया था।