हमारे देश की अर्थवयवस्था कृषि पर आधारित है। खेती के लिए अब कई नई उन्नत तकनीकी आ चुकी है। जिससे आप ज्यादा से ज्यादा मुनाफा पा सकतें हैं. लेकिन खेती मे क्या आप जानते हैं कि पेड़ों की भी खेती की जाती है। पेड़ों की खेती में एक साथ लाखों का मुनाफा होता है।
कैसे होती है पेड़ों की खेती
पेड़ों की खेती का मतलब है कि ऐसे पेड़ जिनकी उपयोगिता बहुत ज्यादा होती है उनकी खेती की जाती है। पेड़ों की खेती कई तरह से की जा सकती है । एक तो पूरे खेत में पेड़ों को बो दिया जाए। दूसरा ये कि खेतों के किनारों पर इन पेड़ों को लगाए जिससे सालाना फसल भी लगती रहे। इसके अलावा किनारों पर लगे पेड़ों की भी लगातार देखभाल की जाए। नियत समय पर पेड़ों की फसल भी तैयार हो जाएगी। आइए आपको बतातें है कि किन पेड़ों की खेती की जा सकती है
1-सागवान के पेड़
सागवान के पेड़ों को लगाया जा सकता है। सागवान को बोलचाल की भाषा में सागौन भी बोलते हैं सागौंन के पेड़ों को लगाकर उनकी देखभाल करते रहें । ये पेड़ तकरीबन 12 साल में तोड़ने लायक हो जाता है। 12 साल बाद इन पेड़ों की कीमत लाखों में होती है। अगर आप एकड़ मे पेड़ लगाते हैं तो एक एकड़ मे तकरीबन 120 पेड़ लगेगें जिसमें लाखों का फायदा होगा। सागवान की लड़की अपनी मजबूती और कम सिकुड़ने के लिए जानी जाती है। इसी कारण सबसे मंहगी बिकती है। सागौन की लकड़ी लगाने का फायदा होते है और इसके लिए कृषि विभाग किसानों की मदद भी करता है।
2-लाल चंदन की खेती
लाल चंदन की खेती बहुत फायदेंमद है। चंदन की बहुत उपयोगिता है। लाल चंदन की उपयोगिता साबुन बनाने,इत्र बनाने अगरबत्ती बनाने और कई तरह की चीजों में होती है। यही वजह है कि लाल चंदन की लड़की सबसे मंहगी बिकती है। लाल चंदन के एक पेड़ में ही लाखों की लकड़ी मिलती है।
3-महोगनी के पेड़ों की खेती
महोगनी के पेड़ों की खेती भी बहुत फायदेमंद है। इसकी लकड़ी सगौन की लकड़ी की तरह ही मजबूत होती है। इससे फर्नीचर, खिड़की दरवाजों के साथ साथ घर के इंटिरियर के सामान भी तैयार किए जाते हैं। इसका पेड़ 12 साल में बनकर तैयार होता है। इसके एक पेड़ की कीमत 12 साल में लाखों की होती है क्योंकि इसकी लकड़ी के साथ साथ इसकी छाल से भी कई तरह की औषधि बनती है।