बीजेपी आईटी सेल प्रमुख के निशाने पर द वायर

बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने द वायर पर अपनी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए फर्जी रिपोर्ट तैयार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने  न्यूज वेबसाइट द वायर और उसकी एडिटोरियल टीम के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। क्या है पूरा मामला आइये जानते हैं।

अमित मालवीय का कहना है कि न्यूज रिपोर्ट में कहा गया था कि उन्होंने विशेषाधिकारों का प्रयोग करके एक पोस्ट मेटा से हटवाई है। मालवीय ने पुलिस से द वायर के संस्थापक संपादक सिद्धार्थ वरदराजन ही नहीं सिद्धार्थ भाटिया के साथ एमके वेणु और उप संपादक जाह्नवी सेन के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए एफआईआर दर्ज करने की बात कही है।

मेटा ने हटाई थी पोस्ट

बता दें विवाद 6 अक्टूबर से शुरु हुआ। तब द वायर ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। द वायर ने इस रिपोर्ट में दावा किया था कि मेटा यानी फेसबुक और इंस्टाग्राम ग्रुप ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट को एक निजी अकाउंट क्रिंगअरचिविस्ट की ओर से अपलोड किए जाने के कुछ ही मिनट के भीतर हटा दिया था। इतना ही नहीं रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अमित मालवीय ने मेटा के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम से अपने विशेषाधिकारों का इस्तेमाल करते हुए यह पोस्ट हटवाई है।

रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर सवाल

रिपोर्ट की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए जा रहे थे। इतना ही नहीं द वायर के सूत्रों की विश्वसनीयता भी सवालों के घेरे में आ गई थी।  हालांकि न्यूज वेबसाइट शुरू में अपनी रिपोर्ट पर कायम रही। द वायर के संपादक सिद्धार्थ वरदराजन ने कहा ये रिपोर्ट कई मेटा सोर्स के हवाले से आई है। सोर्स कंफर्म हैं, जिन्हें हम जानते हैंए मिले हैं और सत्यापित हैं।

इसके बाद 11 अक्टूबर 2022 को मेटा के कम्युनिकेशन हेड एंडी स्टोन ने एक स्पष्ट खंडन जारी किया। साथ ही कहा कि द वायर की रिपोर्ट में पेश किए गए दस्तावेज मनगढ़ंत थे। इसके बाद में द वायर ने अपनी रिपोर्ट को वापस लिया और माफी भी मांगी थी।

आगरा के रहने वाले हैं अमित मालवीय

अमित मालवीय उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले हैं। वहीं के दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट से बैचलर इन बिजनेस मैनेजमेंट यानी बीबीएम की पढ़ाई की थी। इसके बाद उन्होंने पुणे के सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट से फाइनेंस की पढ़ाई की। फिर चार महीने उन्होंने आईसीआईसीआई बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के पद पर काम किया। 2001 में वे कैलोन में बिजनेस एनालिस्ट बने। इसके बाद साल 2003 में एचएसबीसी बैंक में सीनियर वाइस प्रेसीडेंट बने। जहां सात साल तक रहे। मालवीय बैंक ऑफ अमेरिका में दो साल तक वाइस प्रेसिडेन्ट के पद पर रहे।

दयालबाग एजुकेशनल इंस्टिट्यूट आगरा

अमित के काम से प्रभावित थे पीयूष गोयल

बीजेपी से अमित मालवीय का नाता पुराना बताया जाता है। बीजेपी के लिए उन्होंने 2009 में फ्रेंडशिप नाम से एक फोरम लॉन्च किया था। इसी बीच वे पीयूष गोयल के संपर्क में आए। तब मालवीय के काम करने का तरीका गोयल को अच्छा लगा। फिर बाद में उन्हें बीजेपी आईटी सेल का प्रमुख बना दिया गया।

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