लोकसभा के लिए चुनाव खत्म हो चुका है। अब 4 जून को नतीजे आएंगे। अगर 7 चरणों की वोटिंग का ट्रेंड देखें तो पिछले तीन चुनावों के मुकाबले पहली बार ऐसा हुआ है जब वोटिंग प्रतिशत में कमी दर्ज की गई है। 9 बड़े राज्यों में केवल महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में ही वोटिंग प्रतिशत में 2019 के मुकाबले वृद्धि दर्ज की गई है।
- महाराष्ट्र पहली बार 6 पार्टियों के बीच करीबी चुनावी लड़ाई
- महाराष्ट्र में मतदान में बहुत मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई
- महाराष्ट्र में पिछले 3 चुनावों से वोटिंग प्रतिशत बढ़ता रहा
- यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल में 15 साल में पहली बार वोटिंग प्रतिशत में कम
- यूपी और पश्चिम बंगाल में 2 प्रतिशत कम वोटिंग हुई
- मप्र और गुजरात में 4% कम वोटिंग हुई
2009 के चुनाव में लोकसभा चुनाव की 543 सीटों पर 58.21% वोटिंग हुई थी। इसके बाद 2014 में 66.44% और 2019 के चुनाव में 67.4% मतदान हुआ था, लेकिन इस बार 66.07% ही वोटिंग दर्ज की गई है। इस बार मध्यप्रदेश, राजस्थान, गुजरात में एनडीए और इंडिया गठबंधन में एकतरफा मुकाबाना माना जा रहा है। लेकिन यहां भी वहां वोटिंग के प्रतिशत में करीब 4 से 5% तक की गिरावट दर्ज की गई है।
उधर सबसे उलझे हुए राज्य महाराष्ट्र की बात करें तो वहां पहली बार 6 पार्टियों के बीच करीबी चुनावी लड़ाई देखने को मिली है। महाराष्ट्र में मतदान में बहुत मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है। दरअसल महाराष्ट्र में पिछले 3 चुनावों से वोटिंग प्रतिशत बढ़ता रहा है, जो इस बार भी कायम रहा। वहीं दूसरी ओर लोकसभा की सबसे अधिक सीटों वाले राज्य यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल में 15 साल में पहली बार वोटिंग प्रतिशत में कम दर्ज की गई है।
अमूमन बहुत अधिक मतदान होने से ऐसा संदेश माना जाता है कि वहां परिवर्तन हो सकता है। मतदाताओं की भीड़ सत्ता परिवर्तन लिये उमड़ी है। वहीं बहुत अधिक परिवर्तन न होना यह संकेत देता है कि मतदाताओं के मन में सत्ता परिवर्तन की चाह नहीं है। जिसे सत्ताधारी दल अपने पक्ष में एक उम्मीद के रूप में देखता है। हालांकि यह मिथक कई बार टूटा भी है।
यह है वोटिंग का हिसाब
यूपी और पश्चिम बंगाल में 2 प्रतिशत तो मप्र और गुजरात में 4% कम वोटिंग हुई है।
राज्यवार आंकड़ों पर नजर डाले तो 2024 में जहां बंगाल 79.97, 2019 में 81.76, 2014 में 82.22 और 2009 में 81.4 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई।
छत्तीसगढ़ में 2024 में 72.80 तो 2019 में 71.64, 2014 में 69.39 और 2009 में 55.28 वोटिंग हुई है।
तमिलनाडु में 2024 में 69.72, 2019 में 72.44, 2014 में 73.74 और 2009 में 73.03 वोटिंग हुई।
मध्यप्रदेश में 2024 में 61.61 प्रतिशत 2019 में 71.20, 2014 में 61.61 और 2009 में 51.16 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई।
राजस्थान में 2024 61.53, 2019 में 66.34 और 2014 में 63.11 ते 2009 में 48.4 प्रतिशत वोटिंग हुई।
महाराष्ट्र में 2024 में 61.31, 2019 में 61.02,2014 60.32 और 2009 में 50.71 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई।
गुजरात में 2024 60.13, 2019 में 64.51, 2014 में 63.66 और 2009 में 47.9 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई।
यूपी में 2024 में 57.13 तो 2019 में 59.18, 2014 में 58.42 और 2009 में 47.76 वोटिंग प्रतिशत का आंकड़ा दर्ज किया गया।
इसी तरह बिहार में 2024 में 56.96, 2019 में 57.33 और 2014 में 56.26 तो 2009 में 44.46 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई है।
अंतिम चरण में भी नहीं दिखा मतदाताओं में उत्साह
वहीं लोकसभा चुनाव के 7वें चरण की बात की जाए तो पंजाब और ओडिशा में वोटिंग प्रतिशत में सबसे ज्यादा कमी दर्ज की गई है। इन राज्यों में हर जगह पहले की अपेक्षा कम मतदान हुआ है। आंकड़े देर रात 12 बजे जारी किये गये है। जिनमें अनुसार ..
राज्य 2024 2019 2014 2009
उत्तर प्रदेश 55.59 58.42 55.52 45.09
बिहार 51.88 51.3 51.14 39.69
चंडीगढ़ 67.90 70.61 73.71 65.51
पंजाब 61.32 65.88 70.61 69.75
प. बंगाल 73.79 78.77 79.02 78.4
झारखंड 70.66 71.52 68.86 55.66
ओडिशा 70.67 74.53 75.05 68.45
हिमाचल 70.07 70.61 73.71 65.51