कौन है वो शूटर जिसकी तस्वीरें हो रही हैं नेताओं के साथ वायरल, साथ ही जानिए अतीक अहमद का सच

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ

लखनऊ। उमेश पाल हत्याकांड में एक आरोपी सदाकत खान को भी गिरफ्तार किया गया है। इस हत्याकांड की गूंज विधानसभा तक में हो रही है। यहां तक कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और विपक्ष के नेता अखिलेश यादव के बीच तूतू-मैंमैं भी हो गयी है। बहरहाल, सदाकत की यूपी की सियासत के दो बड़े नेताओं के साथ अब तस्वीर वायरल हो रही है।

पुलिस कर रही है तहकीकात

उमेश पाल हत्याकांड के आरोपियों की धर-पकड़ में यूपी पुलिस लगी हुई है और इसी क्रम में यूपी पुलिस ने इस हत्याकांड में शामिल एक नए आरोपी की पहचान की है, जिसका नाम साबिर है। यह वारदात के समय नंबी नाल की बंदूक से लगातार फायरिंग कर रहा था।
  • इन आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस पडोसी राज्य एमपी और बिहार के कई जिलों में छापेमारी कर रही है, हालांकि उमेश पाल की हत्या में शामिल शूटर्स के कई पॉलिटिकल कनेक्शन भी देखने को मिल रहे हैं
  • उसकी तस्वीरें भाजपा और सपा दोनों के नेताओं के साथ हैं, हालांकि दोनों ही पार्टियों ने अभी कुछ कहने से मना कर दिया है

अतीक और राजू पाल की कहानी

अतीक और राजू पाल की कहानी आज के प्रयागराज यानी इलाहाबाद से शुरू होती है। अतीक इतने खतरनाक गैंगस्टर थे कि  कई खौफनाक वारदातों के बाद इलाहाबाद की शहर पश्चिमी सीट से कोई नेता चुनाव लड़ने को तैयार नहीं होता था। साल 2004 के लोकसभा चुनाव में अतीक अहमद सपा के टिकट पर UP की फूलपुर सीट से चुनाव जीतता है। ये वही फूलपुर है, जहां से कभी जवाहलाल नेहरू जीता करते थे।

  • सांसद बन गया तो अतीक को विधायकी छोड़ी पड़ी और उपचुनाव हुआ
  • सपा ने अतीक के छोटे भाई अशरफ को उम्मीदवार बनाया, यहीं से शुरू होती है राजू पाल और उसके बीच की तनातनी क्योंकि इसी बीच अतीक के दायां हाथ माने जाने वाले राजू पाल ने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया
  • अक्टूबर 2004 में राजू पाल चुनाव जीत जाता है और पहली बार अतीक को अपने ही इलाके में टक्कर मिली

राजू पाल की हत्या और अतीक का बुरा वक्त

विधायक बनने के 3 महीने बाद 15 जनवरी 2005 में राजू पाल ने पूजा पाल से शादी की, लेकिन ठीक 10 दिन बाद 25 जनवरी 2005 में राजू पाल की हत्या कर दी गई। इसी हत्याकांड में अतीक अहमद और अशरफ का नाम सामने आया।

  • विधायक राजू पाल की हत्या के बाद अतीक अहमद का बुरा वक्त शुरू हो गया
  • साल 2007 में UP की सत्ता बदली और मायावती सूबे की मुखिया बन गईं
  • सत्ता से बाहर होते ही सपा ने अतीक को पार्टी से बाहर निकाल दिया और CM बनते ही मायावती ने अतीक पर 20 हजार का इनाम रखवाया, अतीक को मोस्ट वांटेड घोषित किया गया
  • फिलहाल, अतीक अहमदाबाद की जेल में बंद है, उस पर मुकदमे दर्ज हैं और उनकी सुनवाई चल रही है, हालांकि राजू पाल हत्याकांड से जुड़े मुख्य गवाह की हत्या में भी उसका नाम आ रहा है

अतीक अहमद पर 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या, किडनैपिंग, रंगदारी जैसे केस हैं। इधर, यूपी के मुख्यमंत्री योगी की हां में हां मिलाते हुए बहन मायावती ने भी उसको गुंडा बनाने का इल्जाम सपा पर लगा दिया है।

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