धर्मनगरी से संतों ने भरी ये हुंकार…गैर हिन्दू कहीं थूक कर तो कहीं यूरिन कर सनातन संस्कृति को कर रहे भ्रष्ट…महाकुंभ में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक…!
उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में 2025 में महाकुंभ का आयोजन किया जाना है। धार्मिक आयोजन को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बड़ा फैसला किया है। परिषद ने गैर हिंदूओं के प्रवेश को वर्जित करने का निर्णय किया है। परिषद अध्यक्ष निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने बताया कि गैर हिंदुओं की और से कहीं थूक कर, कहीं मूत्र कर सनातन संस्कृति को भ्रष्ट करने की चेष्टा की जा रही है।ऐसे में उन्होंने कहा किकुंभ से पहले ही राज्य सरकार को यह तय करना होगा कि कौन जूस बेचेगा। कौन खाना खिलाएगा। यदि धार्मिक आयोजन कुंभ में भी इस तरह का कृत्य सामने आया तो सनातनी इसके बाद चुप नहीं बैठेंगे और ऐेसे लोगों को नागा संन्यासी दंडित करेंगे।
महाकुंभ में गैर हिन्दूओं का प्रवेश वर्जित
अभा अखाड़ा परिषद का निर्णय
कहा— जो लोग ऐसा करेंगे उन्हें नागा संन्यासी देंगे दंड
‘प्रयाग के महाकुंभ में गैर हिंदुओं को नहीं घुसने देंगे साधु संत’
परिषद अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज का ऐलान
‘कहीं थूक कर तो कहीं मूत्र कर सनातन संस्कृति को भ्रष्ट करने की चेष्टा’
हरिद्वार में हुई बैठक के दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने प्रयाग कुंभ पर मंथन किया। इस दौरान गैर हिंदूओं के प्रवेश को वर्जित करने का निर्णय परिषद ने लिया है। परिषद अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा गैर हिन्दू कहीं थूक कर तो कहीं मूत्र कर सनातन संस्कृति को भ्रष्ट करने की चेष्टा में जुटे हैं।
ऐसे में महाकुंभ से पहले ही उत्तर प्रदेश सरकार को इस संबंध में यह तय करना होगा कि कौन जूस बेचेगा। इसके साथ ही कौन खाना खिलाएगा। उन्होंने चेतावनी भरें अंदाज में कहा यदि महाकुंभ में भी इस तरह के कृत्य करते लोग सामने आये तो सनातनी चुप नहीं रहेंगे। ऐेसे लोगों को अब नागा संन्यासी स्वयं दंडित करेंगे। बता दें श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े की ओर से निकाली छड़ी यात्रा निकाली गई थी। जिसके पूजन के बाद हरिद्हवार में रकी पैड़ी से रवाना हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने यह कहा कि हाल ही में कई जगहों से कई तस्वीरें और कई वीडियो सामने आए है। जिसमें गैर हिंदू किस तरह से जिहाद चला रहे हैं, यह साफ नजर आ रहा है।
कभी मस्जिद में क्यों नहीं बजता … ईश्वर अल्लाह तेरों नाम
देवभूमि उत्तराखंड के मसूरी और दूसरी जगहों के जो वीडियो वायरल हुए हैं उन पर संज्ञान लेते हुए अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा यदि इस तरह का कृत्य किया जा रहा है। मुस्लिम समुदाय के मौलाना अब भी चुप्पी साधे हुए हैं, तो यह बेहद चिंतनीय विषय है। उन्होंने कहा यहां मंदिरों में भी ईश्वर अल्लाह तेरों नाम जैसे भजन सुबह-शाम सुने जा सकते हैं। जबकि देश की किसी मसजिद से सामाजिक सौहार्द के ऐसे कोई भजन कभी भी सुनाई नहीं देते। उन्होंने कहा इस सब के बाद भी अगर कोई हरकत करता है तो उसे हम नागा संन्यासी देखेंगे। वे ही ऐसे व्यक्ति को सबक सिखाने के साथ ही दंड देने के भी अधिकारी होते हैं।