प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जून के मध्य में की जाने वाली यूएस की यात्रा से पहले अमेरिका का एक बेहद महत्वपूर्ण बयान सामने आया है। जिसमें उसने लोकतंत्र को जीवंत और शानदार बताते हुए कहा है कि इसे लेकर जिसे भी शक हो। वह खुद दिल्ली को जाकर देख ले। यह जानकारी बीते सोमवार को व्हाइट हाउस में आयोजित किए गए एक संवाददाता सम्मेलन में अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में सामरिक संचार समन्वयक जॉन किर्बी ने भारत में लोकतंत्र की स्थिति पर चिंताओं को प्रत्यक्ष तौर पर खारिज करते हुए दी।
21 से 24 जून तक होगी पीएम मोदी की यात्रा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका की यात्रा करेंगे। इस दौरान वह 22 जून को अमेरिका के राष्ट्रपति जो.बाइडन और अमेरिका की प्रथम महिला जिल बाइडन द्वारा दिए जाने वाले आधिकारिक राजकीय रात्रिभोज के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इसके अलावा पीएम मोदी का अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है। इसके लिए अमेरिकी संसद द्वारा उन्हें विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया है। यह वर्ष 2016 के बाद प्रधानमंत्री मोदी का यूएस संसद में दिया जाने वाला दूसरा संयुक्त संबोधन होगा। प्रधानमंत्री मोदी की 22 जून की राजकीय यात्रा, उच्चतम स्तर का राजनयिक स्वागत, मुक्त, खुले, समृद्ध और सुरक्षित भारत-प्रशांत क्षेत्र के लिए अमेरिका और भारत की साझा प्रतिबद्धता को बढ़ावा देगी।
चर्चा का हिस्सा होगी लोकतांत्रिक संस्थानों की ताकत
किर्बी ने ये भी कहा कि भारत एक जीवंत लोकतंत्र है। जो कोई भी भारत जाता है। इसे महसूस कर सकता है। निश्चित तौर पर मुझे उम्मीद है कि लोकतांत्रिक संस्थानों की ताकत और उनकी स्थिति चर्चा का हिस्सा होगी। उन्होंने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि देखो हम कभी झिझकते नहीं हैं। आप दोस्तों के साथ ऐसा कर सकते हैं। आपको दोस्तों के साथ ऐसा करना चाहिए। आप कभी भी उन चिंताओं को जाहिर करने से घबराते नहीं हैं। जो दुनिया में कहीं भी उठ रही हों। हालांकि ये यात्रा संबंध गहरे करने, भारत-अमेरिका की साझेदारी को मजबूत बनाने और दोस्ती आगे बढ़ाने पर केंद्रित रहेगी।
मजबूत होगी द्विपक्षीय साझेदारी
भारत कई महत्वपूर्ण स्तरों पर अमेरिका का एक प्रमुख साझीदार है। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा को लेकर किर्बी ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो.बाइडन द्विपक्षीय साझेदारी और दोस्ती को और मजबूत बनाने के लिए अपने भारतीय समकक्ष से मिलना चाहते हैं। अमेरिका के साथ भारत कई स्तरों पर एक महत्वपूर्ण भागीदार है। सिंगापुर में बीते दिनों आयोजित किए गए शांगरी-ला संवाद में रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कुछ अतिरिक्त रक्षा सहयोग की घोषणा की थी। जिसे हम भारत के साथ आगे बढ़ाने जा रहे हैं। भारत प्रशांत क्वाड का सदस्य और हिंद-प्रशांत सुरक्षा के संबंध में एक प्रमुख मित्र और भागीदार है।