चरम पर आस्था का महाकुंभ: प्रयागराज जाने के लिए कम पड़ रहीं ट्रेन, स्टेशन पर लगा मजमा

The number of pilgrims going to Mahakumbh is increasing

प्रयागराज महाकुंभ मेला अब अपने अंतिम चरण पर है। कुंभ जाने वालों की भीड़ हर शहर के रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन पर पहले से अधिक संख्या में दिखाई दे रही है। श्रद्धालु इस महाकुंभ के अंतिम दिनों में स्नान करने के लिए निकल पड़े हैं, जो रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों से जाने को कटनी जंक्शन पहुंच रहे हैं।

बता दें मध्यप्रदेश में कटनी रेलवे जंक्शन पर चारों दिशाओं से आने वाले यात्रियों का दबाव रहता है। विशेष बात यह भी है कि महाकुम्भ मेले में जाने वाले श्रद्धालुओं को प्रयागराज जाने के लिए कटनी जंक्शन स्टेशन से होकर ही जाना पड़त है। ऐसे में ट्रेन पकड़ने पहुंच रही भीड़ समा स्टेशन पर नही पा रही है।

महाकुंभ जाने वाले तीर्थ यात्रियों की संख्या में भी दिन प्रतिदिन वृद्धि होती ही जा रही है। आने वाले दिनों में 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। ऐसे में 144 साल बाद ऐसे मुहूर्त पर महाकुंभ का आयोजन अपने आप में खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है। महाकुंभ में महाशिवरात्रि पर्व पर अंतिम अमृत स्नान भी है।

इसलिए श्रद्धालुओं की भीड़ पहले की अपेक्षा कम होने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। जिसका असर रेलवे स्टेशनों पर दिखाई दे रहा है। यहां पर तीर्थ यात्रियों के भीड़ से अंदाजा लगाया जा सकता है लोगों में कितना उत्साह है।

रेलवे स्टेशन पर पहुँचे ऐसे भी यात्री है जो सुबह से प्लेटफार्म पर मौजूद हैं। उनके सामने अनेको ट्रेन आई व चली गई लेकिन ट्रेन के दरवाजे तक नही पहुँच सके न चढ़ सके। अब अगली ट्रेन के इंतजार में बैठे रात हो गई। ट्रेन के दरवाजों में यात्री धक्का मार रहे गेट खुलवाने जोर आजमाइश करते दिखाई दे रहे लेकिन पहले से भरी ट्रेन के दरवाजे न खुलने से यात्रियों की मुश्किले कम नही हो रही है।

रेलवे स्टेशन पर नजर आई मोनालिसा —2

महाकुम्भ मेले में माला बेंचकर मशहूर हुई कजरारे आंखों वाली मोनालिसा के ही समाज की एक और सुंदर युवती संजना सिंह जिसे लोग मोनालिशा-2 कह रहे हैं जो प्रयागराज कुंभ मेला में पुखराज मोती की माला बेचने अपने साथ दुकान का सामान लेकर जा रही। यह भी उतनी ही सुंदर है जितनी की मोनोलिसा है। बता दें पारधी समाज की युवती संजना सिंह उमरिया जिले से कटनी स्टेशन पहुंची लेकिन उसे ट्रेन नही मिल सकी।

प्रकाश कुमार पांडेय

Exit mobile version