इसे इत्फाक ही कह सकते है कि देश के पुरानी संसद भवन की डिजाइन मध्यप्रदेश के एस मंदिर से बिल्कुल मिलती है और ये भी इतेफाक है देश की नई संसद की डिजाइन भी मध्यप्रदेश के एक और मंदिर से मिलती है। ये मंदिर है विजय मंदिर।
विजय मंदिर मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में है। विदिशा में इसे बीजा मंडल कहा जाता है। हांलाकि लोगो का कहना है कि अमेरिका से पेंटागन की तर्ज पर नई संसद तैयार की गई है लेकिन अगर गौर से देखे तो नई संसद की डिजाइन बीजा मंडल से मिलती है।
मंदिर की डिजाइन ट्राएंगल है और नई संसद भी त्रिभुजाकार है। मंदिर की डिजाइन में उसका बेस ऊंचा है. संसद का बेस भी ऊंचा है और इस मंदिर को औरंगजेब ने 1682 ईस्वी में खंडित किया जब मंदिर नहीं टूटा तो उसे तोपों से उडाया था।
इस जगह पर मस्मजिद बना दी गई थी जिसे आलमगिरी नाम दिया था। मराठोओं ने अपने राज में मंदिर को फिर से बनाने की पूरी
कोशिश भी की।