प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला लगातार जारी है। उनका उत्साह देखने को मिल रहा है। हाड़ कंपकपा देने वाली सर्दी के बाद भी श्रद्धालु पवित्र मां गंगा के जल में डुबकी लगाते नजर आ रहे हैं। श्रद्धालु यहां आकर अपने आप को सौभाग्यशाली बता रहे हैं। बता करें महाकुंभ महिलाओं के पहुंचने की तो इस बार पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की आस्था नजर आ रही है।
प्रयागराज में आयोजित इस महाकुंभ में वैसे तो संत साधु और सन्यासी भारी संख्या में भाग लेते हैं, लेकिन अगर श्रद्धालुओं की बात की जाए तो पुरुषों की वजाए इस बार महिलाओं की आस्था महाकुंभ के प्रति कुछ अधिक दिखाई पड़ रही है। यह आस्था महाकुंभ में महिलाओं की बढ़ती संख्या को दर्शा रही है।
बता दें इस बार महाकुंभ में विदेशी श्रद्धालु भी बड़ी संख्या पहुंचे हैं। विशेष रूप से इटली से महाकुंभ में पवित्र स्नान करने 20 महिला श्रद्धालुओं का समूह अपने भारतीय गुरु के मार्गदर्शन में यहां प्रयागराज पहुंचा है। इन महिला श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र गंगा के तट पर वैदिक श्लोकों का उच्चारण किया। इसके साथ ही “हर हर महादेव” का जयघोष भी किया। उनके इस आध्यात्मिक उत्साह ने पूरे महाकुंभ को और भी आकर्षक बना दिया है।
प्रयागराज महाकुंभ स्नान के लिए पहुंचीं इटली की महिला श्रद्धालुओं का कहना है कि वे भारत में अपनी आध्यात्मिक यात्रा को विशेष मानती हैं। एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि भारत से उन्हें एक अमूल्य उपहार मिला है जो है यहां की संस्कृति। इस संस्कृति को वे दुनिया भर में फैलाने का काम कर रही है। उनके गुरु उन्हें न केवल आत्म शांति और खुशी प्रदान करते हैं बल्कि उनकी आध्यात्मिक यात्रा को और भी गहरा बनाते हैं।
अब तक करीब सवा पांच करोड़ श्रद्धालुओं ने किया गंगा में स्नान
राज्य सरकार के अनुसार प्रयागराज महाकुंभ अब तक 5 करोड़ 15 लाख श्रद्धालु गंगा में स्नान कर चुके हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सरकार और स्थानीय मेला प्रशासन की ओर से सभी तरह की तैयारियां कीं गईं हैं। श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो, इसके लिए सभी प्रशासन ने महाकुंभ से जुड़ी हर जानकारी गूगल पर मुहैया कराई गई है। इतना ही नहीं आमजन की सुविधा के लिए योगी सरकार ने कई स्पेशल बसें भी चलाई गई हैं।
अगला अमृत स्नान कब
महाकुंभ में 14 जनवरी मकर संक्रांति के मौके पर पहला अमृत स्नान पूर्ण हो चुका है। अब अन्य तिथियां मौनी अमावस्या 29 जनवरी, बसंत पंचमी 3 फरवरी हैं। इसके अतिरिक्त मुख्य स्नान माघ पूर्णिमा 12 फरवरी और महाशिवरात्रि को है।