वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी को दो उपहार दिए हैं। पहली सौगात है, गंगा विलास क्रूज और दूसरी 5 स्टार टेंट सिटी। गंगा विलास क्रूज दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज यात्रा पर रवाना हुआ, जिस दौरान ये 3200 किलोमीटर का सफर करेगा। ये वाराणसी से असम के डिब्रूगढ़ तक जाएगा और दो दर्जन से अधिक नदियों को छुएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने इनका वर्चुअली उद्घाटन किया।
- दुनिया का सबसे लंबा रिवरक्रूज है गंगा विलास
- बनारस में पांच सितारा टेंट सिटी भी शुरू
- वाराणसी से डिब्रूगढ़ तक 3200 किलोमीटर का सफर
- दो दर्जन से अधिक नदियों को पार करेगा
- क्रूज पर है हर तरह की सुविधा मौजूद
प्रधानमंत्री मोदी के भाषण की पांच खास बातें
पहली, PM मोदी ने हर-हर महादेव से भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि गंगा हमारे लिए सिर्फ एक जलधारा नहीं है बल्कि यह भारत की तपस्या की साक्षी है। गंगा किनारे के लाखों लोगों का पलायन हुआ। इसीलिए हमने नमामि गंगे शुरू की।
दूसरी, विदेशी टूरिस्ट से कहा कि भारत के पास सब कुछ है, इसे शब्दों में डिफाइन नहीं कर सकते हैं। हिंदुस्तान के धर्म, कला, संस्कृति, पर्यावरण, नदियों और समृद्ध खानपान से रूबरू होने का सुअवसर मिलेगा। भारत आइए, ये आपकी सोच से भी परे है।
तीसरी, शहरों के बीच लंबी रिवर क्रूज यात्रा के अलावा हम छोटे क्रूज को भी बढ़ावा देंगे। इसके लिए सुविधाएं विकसित की जा रही है। गंगा विलास क्रूज जहां से गुजरेगा वहां विकास की नई लाइन तैयार करेगा। नदी जल मार्ग अब भारत का नया सामर्थ्य बनेगा।
चौथी, 24 राज्यों में हम 11 जलमार्गों को विकसित कर रहे हैं। हालांकि, 2014 से पहल देस में जलमार्ग का थोड़ा ही उपयोग था, जबकि भारत में वॉटर-वे का पुराना इतिहास है। 2014 के बाद हमने देश की बड़ी नदियों में जलमार्ग के विकास के लिए कानून बनाए। 2014 में 5 राष्ट्रीय जलमार्ग देश में थे। आज 24 राज्यों में 111 जलमार्गों को विकसित करने पर काम हो रहा है।
पांचवीं, भारत के पास बहुत कुछ है, जो दुनिया की नजरों से अभी तक छिपा हुआ है। यहां बहुत कुछ बाकी है, दिखाने को, सिखाने को।
गंगाविलास क्रूज को जानिए
यात्रा की अवधि-51 दिन
दूरी- 3200 किलोमीटर
किराया- 19 लाख रुपए, सुइट का किराया 38 लाख।
क्या है खासियत, जानिए
UP, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम और बांग्लादेश से होकर गुजरेगा क्रूज। वाराणसी, पटना, कोलकाता, ढाका, गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ समेत 50 प्रमुख पर्यटन स्थल शामिल हैं। 18 सुइट, रेस्टोरेंट, बार, स्पा, सनडेक, जिम और लाउंज। 40 सीटों वाले रेस्तरां में कॉन्टिनेंटल और इंडियन फूड के साथ बफे काउंटर हैं। आउटडोर सिटिंग में स्टीमर चेयर्स और कॉफी टेबल के साथ एक बार है।
62.5 मीटर लंबा और 12.8 मीटर चौड़ा, 40 हजार लीटर का फ्यूल टैंक और 60 हजार लीटर का वाटर टैंक। अप स्ट्रीम में क्रूज की रफ्तार 10 से 12 किलोमीटर प्रति घंटा है। डाउन स्ट्रीम में क्रूज की रफ्तार 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटा है।
क्या है टेंट सिटी में खास, हम बताते हैं
काशी में गंगा किनारे 30 हेक्टेयर में 265 टेंट लगाकर पर्यटकों के लिए लग्जरी टेंट सिटी बनाई गई है। इनमें रहकर आप 5 स्टार जैसे होटल की लग्जरी सुविधाओं का लुफ्त उठा सकते हैं। उगते सूरज और गंगा आरती का नजारा भी आप देख सकते हैं। 15 जनवरी से यहां पर्यटकों का आना जाना शुरू हो जाएगा। हर साल बाढ़ के समय कुछ महीनों के लिए टेंट सिटी को हटा दिया जाएगा। गंगा का
बनारसी खाना है खास आकर्षण
टेंट सिटी में स्वाद के लिए मलइयो, ठंडई, चाट, बनारसी पान और बनारस का खास खान-पान रिसॉर्ट और रेस्टोरेंट में परोसा जाएगा। टेंट सिटी में इनडोर और आउटडोर गेम जैसे स्नूकर, कैरम, बैडमिंटन, वॉलीबॉल आदि के अलावा बोटिंग की सुविधा मिलेगी। यहां सरदी से बचाव के लिए अलाव की सुविधा है।