महाराष्ट्र में सरकार का शपथ ग्रहण समय तय…मुखिया कौन सस्पेंस बरकरार…इन महत्वपूर्ण विभागों को लेकर अड़े महायुति घटक दल

Suspense continues as to who will be the Chief Minister of Maharashtra

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद अब सरकार के गठन और सीएम के साथ मंत्रिमंडाल की शपथ ग्रहण की तारीख भी आ गई। हालांकि राज्य में नया मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर अब भी रहस्य बना हुआ है। महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर चल रहे अटकलों के दौर बीच शनिवार देर शाम महाराष्ट्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लिखा है कि ‘महायुति सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उपस्थित रहेंगे। पीएम की उपस्थिति में गुरुवार 5 दिसंबर की शाम 5 बजे मुंबई के आजाद मैदान पर संपन्न होगा।

बता दें महाराष्ट्र में बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति गठबंधन को चुनाव में राज्य की 288 में 230 विधानसभा सीटें मिलीं हैं। जिसमें से भाजपा की 132 सीटें हैं। पिछले दिनों गुरुवार को दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निवास पर हुई बैठक से पहले ही राज्य के कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे कह चुके थे कि सीएम को लेकर भाजपा का जो भी फैसला होगा वे उसे मंजूर करेंगे। हालांकि दिल्ली से लौटते ही एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के गृहमंत्री का पद अपनी पार्टी को मिले इसे लेकर अड़ गए। दरअसल महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रहे घमासान के बीच दिल्ली में अमित शाह के घर पर महायुति की बैठक हुई, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। इस बैठक में शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। इसके साथ ही बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे भी बैठक में शामिल हुए थे। हालांकि इस बैठक में भी महाराष्ट्र के सीएम चेहरे से पर्दा नहीं उठा। हां यह ज़रूर स्पष्ट हो गया कि मुंबई में अगली बैठक के बाद सीएम फेस का सस्पेंस खत्म हो जाएगा। हालांकि यह बैठक होने वाली थी लेकिन अचानक शिंदे अपने गांव चले गए। जिसके कारण यह बैठक आज 1 दिसंबर को होगी। ऐसे में क्या माना जाए कि शिंदे अभी संतुष्ट नहीं हैं।

वैसे कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने जब से अपने आपको इस रेस से बाहर किया है। माना जा रहा है देवेंद्र फडणवीस नए सीएम हो सकते हैं। खैर दिल्ली में गुरुवार को अमित शाह के साथ हुई महायुति की बैठक के बाद मुंबई में आज 1 दिसंबर को बैठक हो सकती है। इस बैठक में सीएम का सस्पेंस खत्म हो जाएगा। लेकिन बात यह भी सामने आ रही है कि शिंदे गृह मंत्रालय और महायुति के आयोजक का पद लेने के इच्छुक है। साथ ही कुछ प्रमुख विभागों की ओर नजर है। वैसे प्रमुख विभागों की तरफ अजीत पवार की भी नजर है। वैसे किन किन विभागों पर किसकी नजर है और कौन सा विभाग किसे मिल सकता है। इस पर भी करेंगे।

सीएम पर सस्पेंस विभागों पर नज़र

महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन और सत्ता साझेदारी को लेकर महायुति के शीर्ष नेता गुरुवार देर रात गृह मंत्री अमित शाह के साथ उनके आवास पर बैठक की गई। बैठक में एकनाथ शिंदे, देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार शामिल रहे। गठबंधन के नेताओं ने कहा कि महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन 2 दिसंबर तक हो जाएगा। बैठक के बाद महाराष्ट्र के कार्यवाहक सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि बैठक अच्छी और सकारात्मक रही। यह पहली बैठक थी। हमने अमित शाह और जेपी नड्डा से चर्चा की। उन्होंने कहा कि महायुति की एक और बैठक मुंबई में होगी। इस बैठक में फैसला लिया जाएगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा।

मंत्रालयों का फॉर्मूला

अगर बात की कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में पद पर बने रहने वाले एकनाथ शिंदे अपनी पार्टी के लिए गृह मंत्रालय के साथ महत्वपूर्ण विभागों पर नजर लगाए हुए हैं। शहरी विकास और महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम मंत्रालय के अलावा शिंदे राजस्व, कृषि, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, उद्योग और सामाजिक न्याय सहित अन्य विभागों के लिए भी कोशिश कर रहे हैं। एकनाथ शिंदे केंद्र सरकार में एक कैबिनेट के साथ एक राज्य मंत्री की मांग भी अपनी पार्टी के लिए कर सकते हैं।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजित पवार कथित तौर पर उपमुख्यमंत्री पद के साथ-साथ वित्त विभाग के लिए भी पैरवी कर रहे हैं। हालांकि, बीजेपी रणनीतिक महत्व का हवाला दिया। वित्त और योजना विभाग पर नियंत्रण बनाए रखने की इच्छा भी जताई है। अजित पवार ने अपनी ओर से डिप्टी सीएम के साथ खाद्य और नागरिक आपूर्ति, चिकित्सा शिक्षा, कृषि, महिला एवं बाल कल्याण, खेल, ग्रामीण विकास और सहकारिता के साथ अन्य प्रमुख विभागों की भी मांग की सकती है।।

मंत्रालय और अजित पवार की मांग

महायुति गठबंधन में प्रमुख भागीदार बीजेपी गृह, वित्त, आवास, शहरी विकास, सिंचाई, ऊर्जा, लोक निर्माण, पर्यावरण और पर्यटन, संसदीय मामले, कौशल विकास और सामान्य प्रशासन जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों को अपने पास रखने पर अड़ी हुई है।

बीजेपी का प्लान

सियासी सूत्र बताते हैं कि मंत्री पदों का वितरण प्रत्येक छह विधायकों पर एक विभाग के फार्मूले पर हो सकता है। इस तरह से बीजेपी के पाले में 21 से 22 मंत्री बन सकते हैं। ऐसी उम्मीद महाराष्ट्र बीजेपी के नेताओं को है। वहीं शिवसेना (शिंदे गुट) को 10 से 12 मंत्री और विभाग दिये जा सकते हैं। अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को 8 से 9 मंत्रालय मिलने की उम्मीद है। बता दें महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री के सहित कुल मंत्री पदों की संख्या 43 से अधिक नहीं हो सकती।

(प्रकाश कुमार पांडेय)

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