यौन उत्पीड़न के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कही बड़ी बात

पुलिस अधिकारी पर प्रकरण दर्ज करने का आग्रह

एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के मामले में सुप्रीम कोर्ट से न्याय की गुहार लगाई है। कोर्ट ने इस मामले को गंभीर बताते हुए दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। बता दें कि महिला पहलवानों ने डब्ल्यूएफआई के अध्यक्ष पर प्रकरण दर्ज करने के लिए धरना प्रदर्शन किया,लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद उन्होंने कोर्ट में याचिका दाखिल कर आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने के लिए याचिका लगाई है। अब इस मामले पर अगली सुनवाई 28 अप्रैल को होगी।
मामले में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एस नरसिम्हा की पीठ सुनवाई कर रही है।                  महिला पहलवानों की तरफ से वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मामले की गंभीरता का उल्लेख करते हुए कोर्ट से आग्रह किया था कि इस प्रकरण को तत्काल सुना जाए। इस दलील को सुनने के बाद पीठ ने याचिका पर सुनवाई का निर्णय लिया और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी करते हुए जवाब मांग लिया। न्यायालय के सवालों के जवाब देते हुए सिब्बल ने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाए है और पुलिस उनके खिलाफ मामला दर्ज नहीं कर रही है। बात सिर्फ रिपोर्ट दर्ज करने की नहीं है इससे पहले भी महिला पहलवानों ने करीब तीन माह पहले धरना प्रदर्शन किया था। इसके बाद जांच के लिए एक समिति बनाई गई थी। समिति की रिपोर्ट का आज तक खुलासा नहीं हुआ है।

पुलिस अधिकारी पर प्रकरण दर्ज करने का आग्रह

कोर्ट में सुनवाई के दौरान सिब्बल ने आग्रह करते हुए सीआरपीसी की धारा 166 के प्रावधानों का हवाला दिया। उन्होेंने कहा कि यौन उत्पीड़न जैसे गंभीर अपराध में प्रकरण दर्ज नहीं करने वाले संबंधित पुलिस अधिकारी के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया जा सकता है। पीठ ने सिब्बल की बात सुनी और भरोसा दिलाया कि हम इस मामले पर विचार करेंगे। महिला पहलवानों के वकील सिब्बल ने कोर्ट से आग्रह किया कि याचिकाकर्ता पहलवानों में एक नाबालिग है ऐसे में याचिकाकर्ता पहलवानों की पहचान उजागर न हो इसका भी ख्याल रखा जाना चाहिए।

मामले में जांच की जरूरत

भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भाजपा के सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोपों पर कोर्ट में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि इस मामले में प्रकरण दर्ज करने से पहले जांच की जरूरत है। बता दें कि इस मामले में अब शीर्षस्थ न्यायालय में 28 अप्रैल को अगली सुनवाई होगी।

बृजभूषण सिंह ने दी सफाई

इधर भारतीय जनता पार्टी के सांसद और 11 साल से भारतीय कुश्ती महासंघ के पद पर बैठे बृजभूषण सिंह का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई है और आगे भी सुनवाई होना है। ऐसे में जो फैसला होगा वो न्यायालय करेगा। मीडियाकर्मियों द्वारा पूछे गए सवालों को जवाबों को उन्होने टालते हुए कहा कि मामला माननीय न्यायालय में लंबित है इसलिए हमें न्याय का इंतजार करना चाहिए।

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