बिहार में लालू यादव के समर्थन में लगे पोस्टर-ना झुका हूं-ना झुकूंगा
बिहार में इस साल अक्तूबर-नवंबर 2025 में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इसे लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इस बीच बिहार में पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव के समर्थन में पोस्टर लगाए गए हैं। ED की पूछताछ के बीच लगे इन पोस्ट ने सियासी माहौल गर्मा दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राजनीति तेज हो गई है। इस बीच राजधानी पटना में राजद प्रमुख लालू यादव के आवास के बाहर एक अनोखा पोस्टर देखने को मिला। लाल के समर्थकों की ओर से लगाए गए इस पोस्टर में लिखा गया है, ना झुका हूं, ना झुकूंगा, टाइगर अभी जिंदा है।
बता दें कि बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कई राजनीतिक और गैर राजनीतिक घटनाएं देखने को मिल रही हैं। दरअसल एक दिन पहले 19 मार्च बुधवार को ईडी ने पूर्व रेल मंत्री लालू यादव को लैंड फॉर जॉब मामले में पूछताछ के लिए ईडी के दफ्तर बुलाया था। इस दौरान लालू यादव और उनकी बेटी मीसा भारती ईडी दफ्तर पहुंचे थे, जहां ईडी ने उनसे काफी देर तक जमीन के बदले नौकरी मामले में पूछताछ की। सीबीआई ने चार्जशीट में साफ तौर पर लिखा है लालू यादव ने रेलवे मंत्री रहने के दौरान जिन लोगों को रेलवे में नौकरी दिलाईथी, उनसे रिश्वत के रूप में जमीनें ली गईं, यह जमीन परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर अभी दर्ज हैं। लालू प्रसाद यादव ने अपनी पत्नी राबड़ी, बेटी मीसा समेत कई अपने परिवार के दूसरे सदस्यों नाम पर इन प्लॉट्स को लिया। सीबीआई के अनुसार नौकरी देने के एवज में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने 12 लोगों से 7 प्लॉट सस्ते में या बिना कुछ दिए ही हासिल कर लिए थे। लालू प्रसाद यादव पर यह भी आरोप है कि उन्होंने इस घोटाले में उन्होंने केवल बिहार राज्य में रहने वाले लोगों को ही नौकरी दी और करीब 4 करोड़ की जमीन को केवल 26 लाख रुपये में ही अपने नाम पर करवा ली। इस मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के परिवार के 5 सदस्यों को आरोपी बनाया गया है। जिसमें लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटा तेजस्वी यादव, दो बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव शामिल हैं।
‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाला?
दरअसल यूपीए 1 सरकार में साल 2004 से 2009 तकलालू प्रसाद यादव रेलवे मंत्री थे। इस दौरान लालू प्रसाद यादवके सत्ता में रहते हुए रेलवे में ग्रुप डी की भर्तियां निकाली गईं थी। इसी भर्ती में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव पर धांधली का आरोप है। लालू यादव पर यह आरोप है कि उन्होंने रे ल वे में नौकरी देने के बदले घूस के रूप में लोगों की जमीन ली थी। ईडी की और से पेश की गई चार्जशीट के मुताबिक, लालू परिवार की बिहार में खासकर राजधानी पटना में 7 जगहों पर जमीनें मिली हैं। इतना ही नहीं लाल यादव और उनके परिवार पर 600 करोड़ रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। यह पूरा घोटाला रेलवे की भर्ती से ही जुड़ा है। सीबीआई की ओर से इस मामले में लालू प्रसाद यादव के साथ उनके परिवार के दूसरे सदस्यों पर भी केस दर्ज किया गया है।