राजस्थान कांग्रेस में एक बार फिर से हलचल देखने को मिल रही है। कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर रंधावा के एक बयान ने इस चलचल को बढ़ा दिया है। दरअसल सुखजिंदर रंधावा का बयान सामने आया है जिसमें वे कह रहे हैं कि कांग्रेस में उम्र का कोई ‘कट ऑफ’ नहीं है। बड़ी उम्र वालों को खुद सत्ता का मोह त्याग देना चाहिए। इसके बाद से राजस्थान की राजनीति में कयासबाजी तेज हो गई है। अलग-अलग बयान सामने आ रहे हैं।
- राजस्थान में खत्म नहीं हो रही कांग्रेस में ‘रार’
- रंधावा ने कहा-कांग्रेस में उम्र का कोई ऑफ आफ नहीं
- पायलट समर्थक पूर्व मंत्री ने साधा गहलोत पर निशाना
- ‘दुकानदार बूढ़ा होने पर अगली पीढ़ी को करता है आगे’
रंधावा के बयान पर कांग्रेस में सियासी बयानबाजी
ये चर्चा तेज हो गई है कि आखिर सुखजिंदर सिंह रंधावा ने किस पर साधा निशाना है। वैसे कांग्रेस प्रभारी रंधावा समय-समय पर बयान देते रहते हैं। रंधवा के बयान पर हर बार कुछ न कुछ राजनीतिक चर्चा शुरू हो जाती है। रंधावा के बयान को इसलिए भी खास माना जा रहा है क्योंकि सचिन पायलट समर्थक विधायक भरत सिंह ने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा था कि पार्टी के युवाओं को आगे आने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। पायलट समर्थक भरत सिंह का कहना है जब ‘दुकानदार बूढ़ा हो जाता है’, तो अगली पीढ़ी आगे की सीट ले लेती है जबकि बुजुर्ग दुकानदार नजर रखता है। वे दृढ़ता से ये कहते हैं उन्हें सही लगता है कि कोई व्यक्ति कितना भी बड़ा और ताकतवर क्यों न हो। बलशाली होने का आशय यह कतई नहीं होता कि वह गलतियां नहीं कर सकता। लोग गलतियां करते हैं। समझदार व्यक्ति वह होता है जो गलती करने के बाद स्वीकार करता है। अगर वह ऐसा नहीं करता, तो यह अहंकार को दर्शाता है।
युवाओं को करें अब आगे तो बदलेगा नक्शा
बता दें राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट गुट के विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा। विधायक ने कहा अशोक गहलोत अगर सार्वजनिक रूप से घोषणा करते हैं कि वे मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं। युवा नेतृत्व को बढ़ावा देने वाले हैं। ऐसे में राजस्थान में कांग्रेस निश्चित रूप से सत्ता पर काबिज होगी। कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा से मुलाकात के बाद विधायक कुंदनपुर ने कहा उन्होंने युवाओं को मौका देने के लिए चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। अशोक गहलोत संवाददाता सम्मेलन बुलाते हैं और खुलकर कहते हैं कि वे राजस्थान में फिर से कांग्रेस की सरकार देखना चाहते हैं। वे मुख्यमंत्री पद के दावेदार नहीं हैं युवाओं को बढ़ावा देंगे यह कहे तो चुनावी नक्शा बदल जाएगां
शराब के नशे से भी बड़ा होता है कुर्सी का मोह
हालांकि कांग्रेस विधायक भरत सिंह का कहना है कुर्सी के प्रति मोह शराब के नशे से भी बड़ा होता है। दरअसल गहलोत सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री रह चुके कुंदनपुर कोटा के सांगोद से चुनकर आते हैं। वहीं इस बीच वे राज्य के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर भ्रष्टाचार में कथित तौर पर संलिप्त होने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। इसे लेकर मुख्यमंत्री गहलोत को चिट्ठी भी लिख चुके हैं। विधायक ने कहा वे किसी के खिलाफ और समर्थन में नहीं हैं।