महाकुंभ को मृत्युकुंभ बताने वाले बयान पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने ये मुद्दा बंगाल विधानसभा में उठाया था। जिस पर बंगाल से लेकर उत्तरप्रदेश तक सियासत गरमा गई। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने करारा जबाब दिया। आखिर बंगाल सीएम ने बंगाल विधानसभा में ही यह मुद्दा क्यों उठाया। सीएम ममता बनर्जी का बंगाल विधानसभा में ये मुद्दा उठाया जाना आखिर क्या दर्शाता है।
- महाकुंभ पर क्लेश…!
- महाकुंभ पर नया क्लेश…!
- ममता और अखिलेश…नया सियासी क्लेश!
- प.बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की टिप्पणी
- ‘महाकुंभ अब मृत्यु कुंभ में बदला…’
- यूपी सरकार पर लगाए आरोप
- ममता के बयान पर वार-पलटवार
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने महाकुंभ को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा ये मृत्यु कुंभ है। ममता ने योगी सरकार पर सही व्यवस्था नहीं करने का आरोप लगाया और उन्होंने कहा कि वीवीआईपी लोगों को एक लाख रुपये तक के शिविर मिल जा रहे हैं, लेकिन गरीबों श्रद्धालुओं के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के दिए बयान का उनके समर्थक दलों को समर्थन करना ही था। ऐसे में सपा प्रमुख अखिलेश यादव भी समर्थन में आ गए। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने जो कहा वो ठीक ही कहा है।
ऐसे में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के इस बयान को बहुत निंदनीय बताया है। वहीं आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी कहा है कि ममता बनर्जी हिन्दुओं को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ती हैं। पीठाधीश्वर,कल्कि धाम आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ममता को लेकर कहा तुष्टिकरण के लिए वे कुछ भी कह देती हैं। ममता बनर्जी पर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने करारा प्रहार करते हुए कहा ममता “जय श्री राम” और “भारत माता की जय” से भी चिढ़ती हैं। अब प्रयाग के महाकुम्भ को मृत्युकुम्भ कह रहीं हैं। वे हिन्दुओं को चोट पहुँचाने की कोई कसर नहीं छोड़ती।