साउथ कोरिया में भगदड़,151 लोगों की मौत

सैंकड़ों लोग हुए घायल,कई लापता

Stampede in South Korea, 151 killed

साउथ कोरिया में भगदड़ से अब तक 151 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 150 से अधिक लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इसके अलावा करीब 270 लोगों के लापता होने की जानकारी सामने आ रही है। यहां एक संकरी गली, लाखों लोगों की भीड़ और भगदड़ से ये हादसा हुआ है। वैसे यह पहला मामला नहीं है। जब जश्न का माहौल मातम में बदला हो। दुनियाभर में पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।

मातम में बदली हैलोवीन पार्टी

शनिवार को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में हुए हादसे से दुनिया भर के लोग सकते में हैं। हैलोवीन पार्टी के दौरान मची भगदड़ में 151 लोगों की मौत हो गई। तो 150 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हैं। 270 के लापता होने की कम्प्लेंट दर्ज कराई गई है। दुनियाभर से कई बार ऐसी तस्वीर सामने आई हैं। जब जश्न का माहौल मातम में तब्दील हुआ हो। कई बार लोगों की खुशी को चीख पुकार में बदलते देखा गया है। कई यात्राओंए खेल के मैदानोंए जश्न के माहौल के बीच अचानक एक भगदड़ ने सबकुछ तबाह करने का काम किया है।

दुनिया में भगदड़ के अब तक बड़े मामले

इतिहास में कई ऐसी तारीख और साल हैं जब भगदड़ में फंसकर लोगों की जान गई। जुलाई 1990 कई हज यात्रियों और उनके परिवार के लिए मातम का दिन बन गया था। मुस्लिमों के पवित्र शहर मक्का के पास सऊदी अरब की अल मुईसेम सुरंग के अंदर हज यात्रा के आखिर में ईद अलधा के दौरान भगदड़ मचने से 1426 तीर्थ यात्रियों की मौत हो गई थी। पहले सब खुश थे। अचानक हुई इस भगदड़ ने सब तहस-नहस कर दिया।

हज यात्रा के दौरान भगदड़

ब्रिटेन में अप्रैल 1989 को लिवरपूल और नॉटिंघम फॉरेस्ट के बीच इंग्लिश एफए कप सेमीफाइनल मैच में भगदड़ मच गई थी। जिसके बाद करीब 96 लोगों की मौत और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
सऊदी अरब में मई 1994 को जमारत ब्रिज के पास हज के दौरान मची भगदड़ में 270 लोगों की मौत हो गई थी। जहां तीर्थयात्री शैतान के प्रतीक चट्टानों के ढेर पर पत्थर फेंकते हैं। इसके बाद अप्रैल 1998 में हज के दौरान 119 मुस्लिम तीर्थयात्रियों की भगदड़ मचने के बाद मौत हो गई थी।
अफ्रीका के घाना में मई 2001 को फुटबॉल स्टेडियम में हुई भगदड़ में करीब 126 लोग मारे गए थे। यहां पुलिस ने मैच के दौरान दंगा करने वाले लोगों को आंसू गैस के गोले दागे थे। जिससे भगदड़ मच गई।
सऊदी अरब में फरवरी 2004 को भी जमारात ब्रिज के पास हज में पत्थरबाजी के दौरान मची भगदड़ में 251 मुस्लिम तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी।
भारत के महाराष्ट्र में जनवरी 2005 को एक दूरस्थ इलाके में स्थित मंदिर के पास भगदड़ मच गई थी। जिसके बाद 265 हिंदू तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी।
इराक में अगस्त 2005 को आत्मघाती हमलावर की अफवाह ने भगदड़ मचा दी थी। जिसमें 1005 लोगों की मौत हो गई थी। यह हादसा टाइग्रिस नदी के पुल पर हुआ था।
जमरात पुल के पूर्वी प्रवेश द्वार पर जनवरी 2006 में 362 मुस्लिम तीर्थयात्रियों की भगदड़ में मौत हो गई थी। हादसा तब हुआ जब तीर्थयात्री के बीच धक्का मुक्की शुरू हुई।
अगस्त 2008 में भारत के हिमाचल प्रदेश में स्थित नैना देवी मंदिर में भूस्खलन की अफवाह के बाद तीर्थयात्रियों ने भगदड़ मच गई थी।। हादसे में करीब 145 लोग मारे गए और 100 से अधिक घायल हो गए।
सितंबर 2008 को भारत के राजस्थान में स्थित ऐतिहासिक शहर जोधपुर के पास चामुंडा मंदिर में भगदड़ में 147 लोग मारे गए थे।
जर्मनी के डुइसबर्ग में जुलाई 2010 को लव परेड टेक्नो म्यूजिक फेस्टिवल में एक सुरंग से धक्का देने पर भगदड़ मच गई थी। जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई और 342 घायल हुए थे।
कंबोडिया की राजधानी नोम पेन्ह में नवंबर 2010 को एक पुल पर भगदड़ मचने से कम से कम 350 लोग मारे गए थे। हजारों लोग जल उत्सव के आखिरी दिन मारे गए।
अक्टूबर 2013 को मध्य प्रदेश में एक मंदिर की ओर जाने वाले पुल को पार करने दौरान श्रद्धालु के बीच भगदड़ मच गई। हादसे में 115 लोगों की मौत हो गई थी।
सऊदी अरब में सितंबर 2015 में हज यात्रा के दौरान भगदड़ मच गई। जिसके बाद 717 मुस्लिम तीर्थयात्रियों की मौत हो गई और 863 घायल हो गए।
कश्मीर में जनवरी 2022 में माता वैष्णो देवी मंदिर में नए साल के दौरान हुई भगदड़ में करीब 12 हिंदू तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। एक दर्जन से अधिक घायल हो गए थे।
लाइबेरिया की राजधानी मोनरोविया के बाहरी इलाके में जनवरी 2022 को एक चर्च में भगदड़ मचने से 29 लोगों की मौत हो गई।
मई 2022 को नाइजीरिया के एक चर्च में भगदड़ मच गई थी। इस दौरान कम से कम 31 लोगों की मौत हो गई। चर्च में भोजन प्राप्त करने वाले लोगों में अचानक भगदड़ मच गई थी।
इंडोनेशिया के एक फुटबॉल स्टेडियम में अक्टूबर 2022 को मची भगदड़ में कम से कम 125 लोग मारे गए थे। और 320 से अधिक घायल हो गए थे।

ये भी पढे़-Muslim Personal Law : हिजाब, तीन तलाक के बाद अब निकाह की उम्र पर बवाल

http://https://liveindia.news/muslim-wedding-law-now-a-new-controversy-in-hindi/

Exit mobile version