ब्रिटेन में भारत का झंडा लहराने वाले उद्योगपति हिंदुजा ग्रुप के साथ चैरिटेबल फाउंडेशन के चेयरमैन श्रीचंद परमानंद हिंदुजा का देहातं हो गया है। हिंदुजा समूह के अध्यक्ष और चार हिंदुजा भाइयों में सबसे बड़े श्रीचंद परमानंद हिंदुजा ने बुधवार 17 मई को लंदन में अंतिम सांस ली। वे 87 साल के थे। हिंदुजा परिवार के प्रवक्ता ने उनके निधन की जानकारी दी है। बताया जाता है कि श्रीचंद परमानंद हिंदुजा पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। हिंदुजा समूह का नाम ऑटोमोबाइल ही नहीं तेल, बैंकिंग, विशेष रसायन और बुनियादी ढांचा परियोजना विकास के साथ बिजली जैसे कुल 11 क्षेत्रों में अग्रणी है।
पिछले कुछ समय से थे बीमार
शानू और विनू हिंदुजा ने कहा कि उनके पिता का निधन हो गया। ब्रिटेन में रहने वाले श्रीचंद हिंदुजा चार हिंदुजा भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके अन्य भाई गोपीचंद, प्रकाश और अशोक हैं। पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत खराब चल रही थी। शानू और विनू ने एक संयुक्त बयान में कहा,पिताजी ने गहरी विनम्रता और गरिमा का जीवन जिया। हमेशा लोगों को एक साथ लाने की कोशिश की। वहीं दोनों बेटियों ने कहा पिताजी ने अपने जीवन में अनगिनत जिंदगियों की मदद की। कारोबार में उंचाईयों को छुआ। हमने उनके साथ जो समय बिताया उसके लिए हम हमेशा आभारी रहेंगे। उन्हें उनके महान योगदान के लिए याद किया जाएगा। बता दें कि पिछले साल ‘द संडे टाइम्स रिच लिस्ट’ में हिंदुजा बंधु 28.472 बिलियन GBP की संपत्ति के साथ ब्रिटेन के सबसे अमीर परिवारों की सूची में सबसे ऊपर थे। हिंदुजा समूह के अध्यक्ष और अशोक लेलैंड समूह के मालिक एसपी हिंदुजा हिंदुजा लंबे समय से बीमार चल रहे थे और लंदन में रह रहे थे। एसपी हिंदुजा हिंदुजा समूह के चार भाइयों में सबसे बड़े थे। उनकी मौत से परिवार में मातम पसर गया।
यूके की नागरिकता
प्रवक्ता ने कहा यह बहुत दुख के साथ है कि परिवार के मुखिया और हिंदुजा समूह के अध्यक्ष एसपी हिंदुजा का निधन हो गया है। ज्ञात हो कि भारतीय मूल के श्रीचंद परमानंद हिंदुजा ने बाद में ब्रिटिश नागरिकता ले ली और केवल लंदन में ही रहने लगे। एसपी हिंदुजा की बेटियों ने अपने पिता को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “उन्हें अपने काम और परोपकार के माध्यम से भारतीय संस्कृति को वैश्विक मंच पर लाने में उनके योगदान के लिए याद किया जाएगा।