छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय की राज्यपाल से मुलाकात के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लगाई जाने लगीं हैं। ऐसे में साय कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या को लेकर एक नई सियासी बहस छिड़ गई है। यहां मुख्यमंत्री समेत कुल 13 मंत्री बनाए जाते हैं। मौजूदा दौर में फिलहाल छत्तीसगढ़ में कुल 12 मंत्री हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य विधानसभा में विधायकों की कुल 90 सीटों को लेकर है।
- 90 विधानसभा सीट वाले हरियाणा में हैं 14 मंत्री
- हरियाणा फॉर्मूले पर छत्तीसगढ़ विधायकों की नजर
- छत्तीसगढ़ में भी 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं
- छत्तीसगढ़ में मंत्रियों की संख्या को लेक सियासत
छत्तीसगढ़ में विधानसभा की कुल 90 सीटें हैं। नियमों के अनुसार छत्तीसगढ़ में कुल विधायकों की संख्या के 15 प्रतिशत के हिसाब से मंत्रिमंडल सदस्य बनाए जा सकते हैं। इस लिहाज से 13.5 विधायक ही मंत्रिमंडल में शामिल किये जा सकते हैं। इसे आधार मान कर छत्तीसगढ़ में 13 विधायकों को ही मंत्री बनाए जाते हैं।
हरियाणा 90 विधायक 14 मंत्री
लेकिन वहीं दूसरी ओर हरियाणा विधानसभा में 90 सीट हैं। लेकिन गणित बदला हुआ है। हरियाणा में भी 90 विधायकों में भी 14 विधायकों को मंत्री बनाया गया है। हरियाणा में 14 विधायक मंत्री बनाए गए हैं। जबकि छत्तीसगढ़ में भी विधायकों की संख्या 90 ही है, इसके बावजूद इसके यहां पर 13 विधायकों को ही मंत्रिमंडल में जगह दी जाती है। तो क्या आने वाले वक्त में जब मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो छत्तीसगढ़ में भी 13 के स्थान पर 14 मंत्री बनाए जा सकते हैं। इसे लेकर छत्तीसगढ़ की सियासत गरमा गई है। राजनीतिक पंडित अलग अलग कयास लगाते नजर आ रहे हैं।
मौजूदा समय में भाजपा के पास दावेदारों की संख्या भी ज्यादा है। इस दुविधा से बचने के लिए माना जा रहा है कि बीजेपी 13 की जगह 14 विधायकों को मंत्री बनाए जाने पर भी विचार कर सकती है। इसके पहले भी राज्य में इस तरह से मंत्रिमंडल में सदस्य संख्या बढ़ाने की मांग उठती रही है, लेकिन हर बार राजनीतिक दलों के बीच सहमति नही बनने से मंत्रियों की संख्या 13 ही रही।
(प्रकाश कुमार पांडेय)