जानें स्टारलाइनर बगैर सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर के खाली सीट धरती पर क्यों लौटा…कब होगी अंतरिक्ष से दोनों एस्ट्रोनॉट की वापसी

बोइंग स्टारलाइनर की बगैर सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर धरती पर वापसी

अंतरिक्ष में अब भी फंसी हैं भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता  विलियम्स

भारतीय मूल की अमेरिकी महिला एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और उनके सह अंतरिक्ष यात्री बुच विलमोर के बगैर आखरिकार बोईंग का स्टारलाइनर की करीब तीन महीने बाद धरती पर वापसी हो गई है। स्टारलाइनर ने शनिवार 7 सितंबर की सुबह करीब 9 बजकर 31 मिनट पर न्यू मेक्सिको के व्हाइट सैंड्स स्पेस हार्बर में सफल लैंडिंग की है। बता दें स्टारलाइनर को बर्न के बाद धरती पर लैंड करने में करीब 44 मिनट का समय लगा। इस दौरान वायुमंडल में इसका हीटशील्ड एक्टिव था। इसके बाद ड्रोग पैराशूट डिप्लॉय किया। इस तरह दो पैराशूट की सहायता से स्टारलाइनर की धरती पर सफल लैंडिंग कराई गई।

स्पेस एक्स वैज्ञानिकों को कैसे लाएगा वापस !

बता दें कि भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अब भी स्पेस स्टेशन पर ही फंसे हुए हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि आखिर इन दोनों एस्ट्रोनॉट की धरती पर वापसी कैसे और कब होगी।
दरअसल अब नासा के दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की धरती पर वापसी के लिए स्पेसएक्स पर ही भरोसा जताया है। संभावना जताई जा रही है कि दोनों अंतरिक्ष यात्री अगले साल फरवरी 2025 में वापस आ सकते हैं। ऐसे में उनके 8 दिन का यह मिशन करीब 8 महीने लंबा होने वाला है। नासा का यह भी मानना है कि अंतरिक्ष यात्रियों को स्टारलाइनर के जरिए धरती पर वापस लाना जोखिम भरा हो सकता था। ऐसे में इस स्वचालित यान को खाली सीटों के साथ ही धरती पर वापस बुलाया गया है। बता दें कि नासा की ओर से अपने अंतरिक्ष यात्रियों को स्पेस में ले जाने के लिए स्पेस एक्स और बोइंग को कॉमर्शियल फ्लाइट्स के लिए अरबों डॉलर का कॉन्ट्रैक्ट दिया था। बताया जाता है कि स्पेस में फंसे इन दोनों ही एस्ट्रोनॉट को बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल की मदद से वापस लाना खतरनाक साबित हो सकता है।

दोनों ही अंतरिक्ष यात्रियों को इसी साल 5 जून को इसी स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष में से भेजे गए थे। नासा की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर अब फरवरी 2025 में एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए धरती पर लौटेंगे। वहीं, स्टारलाइनर कैप्सूल एक या दो हफ्ते में अलग होकर ऑटो पालयलट मोड पर वापस आने की कोशिश करेगा। अधिकारी बिल नेल्सन की ओर से कहा गया है कि बोइंग का स्टारलाइनर बगैर चालक दल के ही धरती पर वापसी करेगा।बता दें सुनीता और विल्मोर को इसी साल 13 जून 2024 को वापस धरत पर आना था, लेकिन उनके स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खराबी के चलते दोनों की वापसी टल गई थी।

अंतरिक्ष में कैसे रह रहे हैं सुनीता और विलमोर

स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के लॉन्च के समय से ही उसमें कई दिक्कतें थीं। इनके चलते 5 जून से पहले भी कई बार लॉन्च फेल हुआ था। लॉन्च के बाद भी स्पेसक्राफ्ट में दिक्कतों की खबर आई। नासा ने बताया कि स्पेसक्राफ्ट के सर्विस मॉड्यूल के भ्रस्टर में एक छोटा सा हीलियम लीक है। एक स्पेसक्राफ्ट में कई भ्रस्टर होते हैं। इनकी मदद से स्पेसक्राफ्ट अपना रास्ता और स्पीड बदलता है। वहीं हीलियम गैस होने की वजह से रॉकेट पर दबाव बनता है। उसका ढांचा मजबूत बना रहता है, जिससे रॉकेट को अपनी फ्लाइट में मदद मिलती है। -लॉन्च के बाद 25 दिनों में स्पेसक्राफ्ट के कैप्सूल में 5 हीलियम लीक हुए। 5 काम करना बंद कर चुके थे। इसके अलावा एक प्रॉपेलेंट वॉल्व पूरी तरह बंद नहीं किया जा सका। स्पेस में मौजूद क्रू और अमेरिका के ह्यूस्टन में बैठे मिशन के मैनेजर मिलकर भी इसे ठीक नहीं कर पा रहे हैं।

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