सपा प्रमुख अखिलेश यादव को JPNIC सेंटर जाने रोका…क्या है आखिर इसकी वजह…!

सपा प्रमुख को अखिलेश यादव को JPNIC सेंटर जाने रोका…क्या है आखिर इसकी वजह…!

यूपी सरकार ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को JPNIC सेंटर जानें रोक दिया है। सपा प्रमुख JPNIC में लगी लोकनायक जयप्रकाश नारायण की मुर्ति माल्यार्पण करना चाहते थे। यूपी सरकार की रोक के बाद सपा प्रमुख ने घर में लगी लोकनायक जय प्रकाश नारायण की मूर्ति पर माला चढ़ा दी। अखिलेश यादव ने कहा था कि वे जय प्रकाश नारायण नेशनल कन्वेशन सेंटर (JPNIC) में माल्यार्पण करेंगे।

लोकनायक की जयप्रकाश नारायण की जयंती…!
माल्यार्पण पर संग्राम…!
सपा प्रमुख अखिलेश की JPNIC जाने की जिद !
अखिलेश की जिद पर अड़े…सरकार का पहरा!
बिछे तार…फोर्स तैयार…!
JPNIC के बाहर टीन की दीवार!
आग-बबूला हुए अखिलेश
सीएम नीतीश कुमार से की अपील
कहा- एनडीए से वापस लें समर्थन

अखिलेश को रोकने के पीछे UP सरकार का तर्क था बारिश के चलते JPNIC में जीव-जंतु हो सकते हैं। इसलिए माल्यार्पण करना सुरक्षित नहीं है। योगी सरकार ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर के बाहर बैरिकेडिंग की तार बिछाए और फोर्स तैनात कर दी। JPNIC के बाहर भी टीन की दीवार खड़ी कर दी गई।

लोकनायक जय प्रकाश नारायण की जयंती के दिन सपा और सरकार में ठन गई। सपा प्रमुख इस दिन JPNIC जाकर लोकनायक की मुर्ति पर माल्यर्णण करना चाहते थे। लेकिन सरकार को मंजूर नहीं था। सरकार का कहना था बारिश का सिजन है। JPNIC में जीव-जंतु हो सकते हैं। इसलिए वहां जाकर मूर्ति पर माल्यार्पण करना सुरक्षित नहीं है। सरकार ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के घर के बाहर बैरिकेडिंग की गई है। तार बिछाए और फोर्स तैनात कर दी। JPNIC के बाहर भी टीन की दीवार खड़ी कर दी है।

इसके बाद सपा कार्यकर्ता अखिलेश के घर में लगी मूर्ति सड़क पर ले आए। सपा प्रमुख घर से बाहर निकले और मूर्ति पर माल्यार्पण किया। माल्यार्पण के बाद अखिलेश ने कहा-यूपी सरकार JPNIC को बेचना चाहती है। पहले भी हमें माल्यार्पण से रोका गया। योगी लोकनायक का इतिहास नहीं जानते। हमें श्रद्धांजलि देने से रोका। UP सरकार हर अच्छे काम को रोकती है। ये गूंगी और बहरी सरकार है। ये विकास नहीं विनाश करने में माहिर है। इतनी ही नहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा समाजवादी विचारधारा के बहुत से लोग राज्य सरकार में हैं जो सरकार को चला भी रहे हैं। बिहार के सीएम नीतीश कुमार खुद जय प्रकाश नारायण आंदोलन से निकले हैं। ऐसे में नीतीश के लिए उस सरकार से समर्थन वापस लेने का मौका है। समाजवादियों को जय प्रकाश नारायण की जयंती पर श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं दे रही है।

 

 

 

 

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