क्या राज्यसभा में सोनिया गांधी, डॉ.मनमोहन सिंह का स्थान लेंगी। इस सवाल की चर्चा इन दिनों राजस्थान की राजनीति में तेज हो गई है। दरअसल राजस्थान में तीन सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव को तैयारी में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां जुट गईं हैं। कांग्रेस की ओर से एक नाम सबसे ज्यादा चौंका सकता है और वो नाम है कांग्रेस की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी का। राजस्थान से बतौर राज्यसभा सांसद पूर्व पीएम डॉ.मनमोहन सिंह का कार्यकाल पूरा हो रहा है।
- राज्यसभा चुनाव 2024
- कांग्रेस में एक अनार कई बीमार
- राज्यसभा की 56 सीटों पर होना है चुनाव
- 56 में से 10 सीट पर कांग्रेस का उम्मीदवार कौन
- 27 फरवरी को होगा राज्यसभा के लिए चुनाव
पार्टी सूत्रों के अनुसार डॉ.मनमोहन सिंह ने स्वस्थ्य कारणों का हवाला देते हुए फिर से राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं बनाए जाने की इच्छा सोनिया और राहुल गांधी के सामने जता दी है। उनकी उम्र भी 92 साल के करीब हो गई है। ऐसे हालात में यदि डॉ.मनमोहन सिंह राज्यसभा के मैदान में चुनाव नहीं उतरते हैं तो कांग्रेस को वहां खाली हो रही राज्यसभा की सीट पर दिग्गज नेताओं में से एक को चुनना होगा। पार्टी सूत्र बताते हैं सोनिया गांधी का नाम इस लिस्ट में सबसे आगे चल रहा है। पार्टी राजनीतिक समीकरण के आधार पर सब करने में जुटी है कि सोनिया गांधी को हिमाचल प्रदेश या राजस्थान से उम्मीदवर बनाया जाए। चर्चा यह भी जोरो पर है कि इस बार लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी को भी उतारने की तैयारी चल रही है। सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को देखते हुए पार्टी उन्हें लोकसभा चुनाव में उतारने के बजाय राज्यसभा चुनाव के जरिए संसद में बनाए रखना चाहती है।
56 में से कांग्रेस को मिलेगी महज 10 सीट
राज्यसभा में दो तिहाई सदस्यों की सदस्यता खत्म हो रही है। 27 फरवरी को राज्यसभा की 56 सीटों पर चुनाव होना हैं। इन सीटों को भरने के लिए चुनाव के ऐलान के साथ ही कांग्रेस के कई बड़े नेता लॉबीबाजी में जुट गए हैं। अधिकांश नेताओं की नजर इस बार कर्नाटक और तेलंगाना की सीट पर है। दरअसल यहां ज्यादा उलटफेर होने की संभावना नहीं है। आमसभा से पहले हो रहे राज्यसभा के इस चुनाव से कांग्रेस की टेंशन बढ़ गई है। क्योंकि राज्यसभा के लिए कांग्रेस में कम से कम दो दर्जन ऐसे मजबूत दावेदार हैं। राज्य विधानसभाओं में कांग्रेस की स्थिति ऐसी हो गई हैं 56 सीटों में से कांग्रेस के हिस्से में राज्यसभा की महज 10 सीट आने वाली हैं। वह भी बिहार में लालू यादव समझौता करें तब।
लॉबिंग में जुटे वरिष्ठ नेता
पार्टी सूत्रों की माने तो चुनावी की घोषणा के साथ ही कांग्रेस के कई बड़े नेता लॉबिंग में जुट गए हैं। उत्तरप्रदेश में राज्यसभा की 10 सीटों के लिए चुनाव होने हैं। लेकिन कांग्रेस के हिस्से में यहां एक भी सीट नहीं आने वाली है। इसी तरह बिहार की 6 सीटों में से कांग्रेस को आरजेडी से एक ही सीट मिलने की उम्मीद है। वहीं महाराष्ट्र की बात करें तो कांग्रेस के हिस्से 6 में से 1 सीट आने की उम्मीद है। कर्नाटक में 3, तेलंगाना में 2 सीटों पर कांग्रेस को जीत की उम्मीद है। वहीं मध्य प्रदेश,राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस के हिस्से में महज 1-1 सीट ही आने की संभावना है। छत्तीसगढ़, हरियाणा, गुजरात, ओडिशा, आंध्र प्रदेश के साथ पश्चिम बंगाल में कांग्रेस ही हालत इतनी खराब है कि इन राज्यों में कांग्रेस को एक सीट भी नहीं मिलेगी।