सियासी दुनिया में रिश्ते बिगड़ते और बनते देर नहीं लगती। हालांकि सियासी दुनिया में कुछ रिश्ते ऐसे हैं जो सियासत और उसके परिणाम से हटकर बनते बिगड़ते रहे हैं। एक ऐसा ही रिश्ता रहा है गांधी परिवार और बच्चन परिवार के बीच।
लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद पहली बार जब संसद सत्र शुरू हुआ तो कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष राज्यसभा सदस्य सोनिया गांधी और सपा सांसद जया बच्चन के बीच मेल मुलाकात ही नहीं हंसते मुस्कुराते की तस्वीरें सोशल मीडिया की सुर्खियां बन गईं। पहली नजर में यह मुलाकात जरुर सामान्य और शिष्टाचार की मानी जा सकती है। लेकिन इतिहास गवाह है ऐसी सियासी मेल मुलाकातों के मायने सामान्य नहीं होते हैं?
- गांधी और बच्चन परिवार के बीच रिश्तों में नई आ रही नई गर्माहट
- क्या है जया बच्चन और सोनिया गांधी की मुस्कराहट का राज!
- सोनिया गांधी और जया बच्चन के बीच मेल मुलाकात
- हंसते मुस्कुराते की तस्वीरें बनीं सोशल मीडिया की सुर्खियां
- ऐसी सियासी मेल मुलाकातों के होते हैं खास मायने
- क्या पिघल रही है गांधी और बच्चन परिवार के रिश्तों के बीच जमी बर्फ
दरअसल मानसून और बजट सत्र के अंतिम दिन सपा सांसद जया बच्चन ने राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की टोन पर सवाल और आपत्ति जताई तो हंगामा शुरू हो गया था। इस मसले को लेकर पूरा विपक्ष एकजुट नजर आया और विपक्ष ने राज्यसभा से वॉकआउट भी किया।
विपक्ष के नेता जब सदन गैलरी में आए और मीडिया से मुखातिब हुए तो राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने सभापति पर कई आरोप मढ़े, इस दौरान विपक्ष की ज्यादातर महिला सांसद वहां मौजूद थी, जिनमें कांग्रेस संसदीय दल की चेयरपर्सन श्रीमती सोनिया गांधी भी जया बच्चन के साथ खड़ी नजर आईं। इतना ही नहीं दोनों की हंसते मुस्कराते हुए बात करते एक दूसरे से मुखातिब होते हुए की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुए। सोनिया गांधी का जया बच्चन के करीब होना चर्चा का विषय बन गया है।
इससे पहले 23 जुलाई को भी एक वीडियो सामने आया था। जिसमें सोनिया गांधी और जया बच्चन दोनों एक-दूसरे से खुलकर मिलती नजर आईं थीं। दोनों हंसकर बात करते हुए दिखाई दे रही थीं। दोनों महिला नेता अपनी अपनी राजनीतिक पार्टियों की प्रतिनिधि हैं। दोनों भारत के दो सबसे प्रसिद्ध परिवार से ताल्लुक रखती हैं। दोनों के परिवार के बीच दोस्ताना और दुश्मनी की कहानी के बीच दोनों की ये तस्वीरें अब अलग ही कहानी पेश कर रही है।
दरअसल एक जमाना था जब गांधी और बच्चन फैमली में काफी अच्छी दोस्ती हुआ करती थी। कई मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा भी किया जाता है कि अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन और भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी बहुत अच्छी दोस्त थीं। श्रीमती इंदिरा गांधी के बेटे राजीव गांधी और तेजी बच्चन के बेट अभिताभ बच्चन दोनों में भी बचपन से काफी अच्छी दोस्ती थी। हालांकि इन रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आपातकाल के बाद दोनों की दोस्ती में कुछ दूरियां जरुर बढ़ी थीं। कहा जाता है कि तेजी बच्चन उस समय राज्यसभा जाना चाहती थीं। लेकिन कांग्रेस की ओर से उन्हें टिकट ही नहीं दिया गया। हालांकि इंदिरा गांधी के बेटे भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी और तेजी बच्चन के बेटे अमिताभ बच्चन की दोस्ती पर इसका असर नहीं दिखाई दिया। लेकिन समय के साथ दोनों के रिश्तों में खटास आ गई और मेल मुलाकात बंद हो गईं।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने किया था तेजी बच्चन को याद
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी के बेटे और रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ उनकी बेटी कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी बच्चन परिवार को खासी तवज्जो देते थे। कई बार इसकी झलक भी देखने को मिली। प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में अमिताभ बच्चन की मां तेजी बच्चन का उल्लेख किया था। यह पोस्ट 2020 में प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर की थी। जिसमें लिखा था कि तेजी बच्चन बड़ी हनुमान भक्त थीं। वे अक्सर मंगलवार को उन्हें लेकर दिल्ली के हनुमान मंदिर में जाती थीं, जहां उनके लिए कांच की चूड़ियां भी खरीदतीं और हनुमानजी की कथा सुनातीं थीं। प्रियंका लिखती हैं कि उन्होंने हनुमान चालीसा के कई छंद तेजी बच्चन जी से ही सीखे। अब वे नहीं हैं, लेकिन उनकी भक्ति का प्रतीक अब भी ह्रदय में बसा है।
इतना ही नहीं प्रियंका गांधी ने एक अन्य पोस्ट में लिखा था कि हरिवंशराय बच्चन जी को हम अंकल बच्चन के नाम से पुकारते थे। वे इलाहाबाद के एक महान पुत्र थे। प्रियंका गांधी लिखती हैं कि एक वक्त था जब उनके पिता की मृत्यु के बाद बच्चन जी की रचनाओं को वे देर-देर तक पढ़ती रहती थीं। उन कविताओं के शब्दों से उनके मन को शांति मिलती थी।