खबर है कि चीन इन दिनों भारी मात्रा में चांदी खरीद रहा है। जिसके चलते चांदी की कीमत ने एक नया रिकॉर्ड बना लिया है। बता दे चांदी की कीमत करीब 90 हजार रुपए के पार पहुंच चुकी है। सराफा कारोबारी चांदी की बढ़ती कीमतें के पीछे चीन की अंधाधुंध खरीदारी और सट्टेबाजी को ही जिम्मेदार ठहरा रहे। कहा तो यह भी जा रहा है कि आने वाले समय में चांदी एक लाख रुपये के भी पार जा सकती है।
- चीन कर रहा चांदी का स्टॉक
- चीन की अंधाधुंध खरीदारी और सट्टेबाजी
- चार माह में 17 हजार रुपये की वृद्धि
- 93000 रुपये प्रति किलो हुए चांदी के दाम
- दिसंबर तक होंगे चांदी के दाम एक लाख के पार
ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा की माने तो शुक्रवार तक चांदी की कीमत एमसीएक्स पर 89680 रुपए प्रति किलो थी। वही जीएसटी जोड़ने पर इसकी कीमत लगभग 93000 प्रति किलो के स्तर पर पहुंचती है। जहां बात करें दिसंबर की तो दिसंबर में चांदी के भाव 78050 से 73846 प्रति किलो थे। वहीं 4 महीने बाद अप्रैल में यह भाव बढ़कर 76544 से 87580 रुपए प्रति किलो के स्तर पर पहुंच गए। इस समय चांदी के भाव करीब 93000 प्रति किलो स्टार प्रति किलो के स्तर पर हैं।
चांदी में सट्टेबाज कारोबार सक्रिय
चांदी की बढ़ती कीमतों का यह रिकॉर्ड बताता है कि किस तरह से चांदी में सट्टेबाज कारोबार सक्रिय है। ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन अध्यक्ष पंकज अरोड़ा के अनुसार सट्टेबाजी के चलते पिछले 4 महीने में चांदी के दाम में 17 हजार रुपये तक वृद्धि हुई है। दिसंबर 2023 में जहां चांदी के दाम 78050 रुपए प्रति किलो थे जो अब बढ़कर 92 हजार रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए हैं। इसमें जीएसटी भी जुड़ जाता है तो यह कीमत बढ़ाकर और ज्यादा हो जाती है। उनका कहना है कि इसी तरह सट्टेबाजी जारी रही तो आने वाले दिनों में चांदी के भाव एक लाख को पार कर सकते हैं। वहीं चांदी की बढ़ती कीमतों से उसकी डिमांड तो कम हुई है लेकिन बाजार में खरीदने वाले अब चांदी बेचते नजर आ रहे हैं।
चीन करता है इलेक्ट्रॉनिक आइटमों में चांदी का इस्तेमाल
जानकारों का कहना है कि सट्टेबाजी के अतिरिक्त चांदी की बढ़ती कीमतों के पीछे चीन की अंधाधुंध खरीदी भी है। चीन इलेक्ट्रॉनिक आइटमों में चांदी का इस्तेमाल करता है। ऐसे में चांदी का वह बंपर स्टाफ कर रहा है। इस वजह से भारत में चांदी के दाम अचानक आसमान पर पहुंच गए हैं। बता दे मौजूदा दौर में दुनिया में सबसे ज्यादा अगर कोई देश चांदी खरीदना है तो वह चीन है। चीन में दुनिया में सबसे ज्यादा चांदी की खरीदी हो रही है। पंकज अरोड़ा की माने तो चांदी का उपयोग दो तरह से किया जाता है। पहले ज्वेलरी के रूप में और दूसरा मोबाइल समेत दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के निर्माण में। ऐसे में चांदी की कीमतों में जो तेजी दिख रही है उसका एक बड़ा कारण यह भी है कि चीन में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स का शुरू हो जाना। करीब एक माह से यह यूनिट बंद थी। वहीं कुछ सालों में पहले जब व्यापारी एक किलोग्राम सोना खरीदते थे तो उन्हें 90 किलोग्राम चांदी देना पड़ती थी। अब यह स्थिति हो गई कि व्यापारी को 1 किलोग्राम सोने के बाद में 78 किलोग्राम चांदी देना पड़ रही है। आने वाले दिसंबर तक चांदी के भाव करीब 1 लाख 50000 रुपए तक पहुंचाने की उम्मीद जताई जा रही है।