श्योपुर में स्थित कुनो नेशनल पार्क से मंगलवार देर शाम एक बार फिर बुरी खबर सामने आई है। यहां नर चीता पवन की मौत हो गई वह खामोश हो गया। करीब 8 माह से खुले जंगल में रहने वाले पवन की शव यहां एक नाले में मिला है।
- कुनो से एक बार फिर बुरी खबर आई
- नर चीता पवन खामोश हो गया
- 8 माह से खुले जंगल में रहा पवन
- नाले में मिला चीता पवन का शव
- नामीबिया से लाया गया चीता पवन
- नाले के किनारे झाड़ियों में पड़ा था शव
- कूनो में अब 24 चीता, 12 नर और 12 अवयस्क
कूनों प्रबंधन की की ओर से बताया गया है कि मंगलवार की सुबह करीब साढ़े 10 बजे नामीबिया से लाया गया चीता पवन का शव नाले के किनारे झाड़ियों में पड़ा था।
वहीं चीता प्रोजेक्ट के डायरेक्टर उत्तम कुमार का कहना है उसके शरीर पर बाहरी चोट के निशान नहीं हैं। ऐसे में प्रारंभिक तौर पर चीता की मौत पानी में डूबने के चलते होने की आशंका जताई जा रही है। शव की पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद विस्तृत जानकारी पता चलेगी। बता दें कूनो में यह 8वें वयस्क चीते की मौत है। अब कूनों में 12 वयस्क चीते हैं तो 12 शावक भी हैं।
नामीबिया से लाया गया था चीता पवन
बता दें चीता पवन को 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाया गया था। उसे 8 अन्य चीतों के साथ यहां कूनो लाया गया था। कई बार वह कूनों की सीमा को लांघ मुरैना और शिवपुरी तक पहुंचा था। वहीं पिछली बार मई में उसे राजस्थान के करौली से पकड़कर वापस लाए थे। चीता पवन दिसंबर 2023 से कूनों के खुले जंगल में रह रहा था।