देश की राजनीति में लगातार चमकने वाले सिंधिया राजघराने के बारे में तो सभी ने सुना है। लेकिन कम ही लोग जानते है कि सिंधिया राजघराने में चार दशक से संपत्ति का विवाद चल रहा है। इस पूरे विवाद में एक पक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया हैं तो दूसरी ओर उनकी तीनों बुआ खड़ी हैं। सिंधिया जब भाजपा में शामिल हुए थे तब माना जा रहा था कि सियासी मतभेद खत्म होने के साथ ही पारिवारिक दूरी भी कम होगी और संपत्ति विवाद सुलझ जाएंगे। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई सकारात्मक कदम दोनों पक्ष में से किसी नहीं उठाया न ही इसके कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं।
राजमाता सिंधिया के जमाने से है विवाद
सूत्रों की माने तो सिंधिया परिवार में संपत्ति को लेकर विवाद राजमाता विजयाराजे सिंधिया के सामने ही शुरू हो गया था। दरअसल राजमाता की दो वसीयतों में पूरा मामला अटका है। राजमाता ने वसीयतों में बेटे माधवराव सिंधिया और पोते ज्योतिरादित्य को अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया था। इसका एक हिस्सा उन्होंने अपनी तीन बेटियों. उषा राजे वसुंधरा राजे और यशोधरा राजे के नाम कर दिया था। जिसे लेकर माधवराव सिंधिया भी अपने जीते जी अदालती मामले लड़ते रहे।
सीनियर जर्नलिस्ट रशीद किदवई की किताब “हाउस आफ सिधियास” में इस बात का ज्रिक भी किया गया है।
सूत्रों की माने को विवाद नहीं सुलझने के पीछे बड़ा कारण ज्योतिरादित्य की सबसे छोटी बुआ यशोधरा राजे सिंधिया को माना जा रहा है। ग्वालियर चंबल अंचल में चर्चा जोरों पर है कि यशोधरा से बड़ी दोनों बहनें उषाराजे और वसुंधरा राजे सिंधिया संपत्ति विवाद में खास रुचि नहीं लेतीं। लेकिन यशोधरा राजे अपनी मायके की पुश्तैनी विरासत में हिस्सेदारी चाहती हैं।
कोर्ट के बाहर सुलझ सकता है विवाद
सूत्रों की माने तो संपत्ति विवाद कोर्ट में जाने के बाद इसमें और लंबा वक्त लग सकता है। ऐसे में ज्योतिरादित्य और उनकी तीनों बुआ उषाराजे सिंधिया, वसुंधराराजे सिंधिया और यशोधराराजे सिंधिया इस विवाद को कोर्ट के बाहर सुलझाने के पक्ष में हें। बताया जाता है कि ज्योतिरादित्य और उनकी बुआ के वकीलों की ओर से कोर्ट में इस संबंध में आवेदन भी दिया गया था हालांकि जून 2019 में उनकी तीनों बुआ की ओर से आवेदन वापस ले लिया था।
बुआ भतीजों के बीच सुलझेगा विवाद
चर्चा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे बड़ी बुआ उषाराजे सिंधिया को संपत्ति में खास रुचि नहीं है। उषाराजे का विवाह नेपाल के राजघराने में हुआ है। उनके परिवार के पास पहले से ही अकूत संपत्ति है। उषाराजे नेपाल में ही बस चुकी हैं। कभी कोई समारोह या किसी खास मौके पर ही वे ग्वालियर आती हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया की दूसरी बुआ वसुंधराराजे सिंधिया जो राजस्थान की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। उनकी शादी धौलपुर राजघराने में हुई है। उनके परिवार के पास भी अकूत संपत्ति है। वसुंधरा और उनके बेटे दुष्यंत सिंह नहीं चाहते हैं कि महल का संपत्ति का विवाद लंबा खींचे। उन्हें महल की संपत्ति की जरूरत भी नहीं है।
वही ज्योतिरादित्य सिंधिया की सबसे छोटी बुआ और शिवराज कैबिनेट में मंत्री यशोधराराजे सिंधिया का मामला थोड़ा अलग है। उनके पास पारिवारिक संपत्ति के नाम पर ज्यादा कुछ नहीं है। यशोधराराजे के तीन बच्चे हैं। उन्होंने ने कार्डियोलॉजिस्ट से शादी की थी। शादी के बाद वे अमेरिका में रहने लगीं लेकिन पति से अलग होने के बाद वे भारत वापस आ गईं। यहां सियासत में वे सक्रिय हो गईं। चर्चा है कि यशोधरा राजे सिंधिया मायके की विरासत में हिस्सेदारी को लेकर सबसे ज्यादा गंभीर हैं। माना जा रहा है कि यदि कोर्ट के बाहर समझौता हुआ तो इसका ज्यादा अधिक लाभ यशोधरा को ही हो सकता है ।