सावन महीने की हो गई है शुरूआत , शिवलिंग की पूजा करते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां

भगवान शंकर के प्रिय माह सावन की शुरूआत हो गई है. इस बार सावन का महीना बेहद खास होने वाला है क्योंकि अधिकमास के कारण  इस बार यह 59 दिनों का होगा. सावन के महीने में शिवालयों पर भारी भीड़ उमड़ती है. सभी शिवलिंग का जलाभिषेक कर भगवान शंकर से मनचाहा फल पाने की कामना करते हैं. शास्त्रों में भी सावन के महीने में शिवलिंग पूजन का खास महत्व बताया गया है.  हालांकि शिवलिंग पूजन करते समय आपको कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए, अन्यथा भगवान शिव आपसे नाराज हो सकते हैं. चलिए आपको उन गलतियों के बारे में बताते हैं.

 

शिवलिंग पूजन में न करें ये गलतियां

1.शिवलिंग पर कभी न चढ़ाएं हल्दी, सिंदूर
पौराणिक ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव की पूजा करते समय कभी भी हल्दी मेहंदी और सिंदूर को नहीं चढ़ाना चाहिए. महादेव वैरागी है और उन्हें ये महिलाओं के श्रृंगार की चीजे नहीं चढ़ाई जाती है. इन सारी चीजों का इस्तेमाल देवी की पूजा के लिए किया जाता है.

2. टूटे चावल का न करें उपयोग
भगवान शिव की पूजा करते समय कभी भी टूटे चावलों का उपयोग न करें. महादेव को हमेशा अक्षत चढ़ाएं. टूटा हुआ चावल पूर्ण नहीं होता है. इसे पूजा पाठ के लिए अशुध्द माना जाता है. अशुध्दी के कारण ऐसे चावल के दाने भगवान शंकर को नहीं चढ़ाएं जाते हैं.

3.नारियल पानी का न करें इस्तेमाल
नारियल माता लक्ष्मी का प्रिय फल है , इसका उपयोग भगवान शिवजी की पूजा के लिए भी किया जाता है. लेकिन इसके पानी को कभी शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए. अगर किसी ने शिवलिंग पर नारियल का पानी चढ़ाया भी है तो इसे कभी भी प्रसाद की तरह ग्रहण नहीं करना चाहिए. नारियल का पानी प्रसाद के रूप में ग्रहण करने से आपको जीवन में कष्ट और समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

4. शंख में जल रखकर नहीं करें अभिषेक
सावन के सोमवारों में  भगवान शिव का अभिषेक करने का खास महत्व होता है. लेकिन अभिषेक करते समय एक बात का खास ख्याल रखें. अभिषेक करते समय आपको कभी भी शंख में जल भरकर नहीं रखना चाहिए. मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव ने शंखचूड नामक असुर का वध किया था. शंखचूड की हड्डियों से ही शंख का निर्माण हुआ था, इसलिए भगवान शिव का अभिषेक करते समय शंख का उपयोग नहीं किया जाता है.

5. नहीं खाए शिवलिंग पर चढ़ाया हुआ प्रसाद
माना जाता है कि जो चीजे शिवलिंग पर चढ़ाई जाती है , उन्हें कभी भी प्रसाद के रूप में ग्रहण नहीं करना चाहिए. अगर आप शिवलिंग पर चढ़ाई हुई चीजे को खुद ग्रहण करते है तो आपका भाग्य आपका साथ छोड़ सकता है. इसलिए जो भी चीजे शिवलिंग पर चढ़ाई जाती थी उन्हें दूसरे में बांट दिया जाता है.

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