छपरा: बिहार का छपरा पिछले तीन दिनों से पूरे देश में बिल्कुल ही गलत वजह से सुर्खियों में है। यहां के मशरख में अब तक 55 मौतें हो चुकी हैं। ये सभी मौतें जहरीली शराब पीने से हुई हैं। हालांकि, कहने को बिहार में पूरी शराबबंदी लागू है। ये सभी मौतें राज्य सरकार के तमाम दावों की पोल खोल रही है। सभी लाशें चीख-चीखकर कह रही हैं कि शराबबंदी पूरी तरह से असफल रही है।
- 14 दिसंबर को बिहार के छपरा में जहरीली शराब से मौतें शुरू हुई थीं
- अब तक कुल 55 लोगों की मौत हो चुकी है
- छपरा के अलावा बेगूसराय में भी कुछ ऐसी ही घटना सुनने को मिली है
- बिहार प्रशासन अब तक अपनाए है टालू रवैया
वैसे, छपरा जिला प्रशासन ने अब तक केवल 30 मौतों की पुष्टि की है। इस घटना का केंद्र मशरक थाना क्षेत्र व इसुआपुर थाना क्षेत्र रहा है। मशरक थाना क्षेत्र से मशरक तख्त, यदू मोड़, हनुमानगंज, पचखंडा, बहरौली, बेनछपरा घोघियां, गंगौली, गोपालवाड़ी और इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोइला और महुली के साथ अमनौर और मढ़ौरा में भी लोगों की जहरीली शराब पीने से मौतें हुई हैं।
कुछ लोगों की आंखों की रोशनी भी चली गई हैं, जो अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं।