सैन फ्रांसिस्को स्थित भारतीय दूतावास में आग लगाने वाले खालिस्तानियों को कौन दे रहा है संरक्षण?

भारत ने अमेरिका के समक्ष इस मुद्दे को उठाया

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में खालिस्तानियों ने भारत के वाणिज्य दूतावास में आग लगा दी। जिसे भारत ने बेहद सख्ती के साथ अमेरिका के समक्ष उठाया है। अमेरिका ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। अमेरिका के एक स्थानीय चैनल के मुताबिक, खालिस्तानी कट्टरपंथियों ने रात डेढ़ बजे से ढाई बजे के बीच भारत के वाणिज्य दूतावास में आग लगा दी थी। हालांकि सेन फ्रांसिस्को फायर विभाग ने तुरंत इस पर काबू पा लिया।

वीडियो जारी किया

घटना के दौरान सीमित नुकसान हुआ और कोई कर्मचारी घायल नहीं हुआ। उधर खालिस्तानियों द्वारा इस हमले का एक वीडियो जारी करने की जानकारी भी सामने आ रही है। लेकिन वीडियो की पुष्टि नहीं की जा सकती है। गौरतलब है कि सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तानियों का यह पहला हमला नहीं है। इससे पहले भी खालिस्तानी समर्थकों ने आतंकी अमृतपाल सिंह के खिलाफ भारत द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में भी दूतावास परिसर में तोड़फोड़ और हिंसात्मक प्रदर्शन किए थे।

अमेरिका ने की कड़ी निंदा

अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने ट्वीट कर कहा कि अमेरिका सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास के खिलाफ बर्बरता और आगजनी के प्रयास की कड़ी निंदा करता है। अमेरिका ने राजनयिकों, राजनयिक संस्थानों या विदेशी राजनयिकों के खिलाफ बर्बरता और आगजनी को एक अपराध बताया है। गौरतलब है कि इससे पहले मार्च महीने में खालिस्तानियों ने सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास पर हमला बोला था। जिसकी भारत सरकार और भारतीय-अमेरिकियों ने कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की थी। इस हमले में खालिस्तानियों ने दूतावास पर अपना झंडा लगाने का प्रयास भी किया था। ऐसी ही एक घटना लंदन में भी खालिस्तानियों द्वारा की गई थी।

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