उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी महाकुंभ में त्रिवेणी संगम पर आस्था की डुबकी लगाई। इसके साथ ही पूजा-अर्चना के बाद अखिलेश ने महाकुंभ के इस्कॉन शिविर में सेवा की। सपा प्रमुख ने प्रयागराज संगम में रविवार को 11 डुबकी लगाई। इसके बाद प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि महाकुंभ का सकारात्मक संदेश होना चाहिए। साथ ही अखिलेश ने एकता के पैगाम पर बात की। जिस पर सियासत शुरु हो गई है।
- संगम स्नान के बाद अखिलेश यादव का बयान
- ‘लोग यहां अपनी निजी आस्था लेकर आते है’
- संगम स्नान में 11 पवित्र डुबकी लगाई-अखिलेश
- ‘विभाजनकारी,नकारात्मक राजनीति के लिए जगह नहीं’
- ‘हरिद्वार में डुबकी लगाई वह दिन एक उत्सव था’
- ‘मुझे यहां पवित्र डुबकी लगाने का अवसर मिला’
- ‘सत्ताधारी लोगों को आयोजन का खेल नहीं बनाना चाहिए’
सपा प्रमुख अखिलेश यादव विपक्ष के ऐसे पहले बड़े नेता हैं जिन्होंने महाकुंभ में त्रिवेणी संगम तट पर स्नान किया है। ऐसे में बीजेपी की हिंदुत्व वाली राजनीति के लिए इस एक तरह से जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। अखिलेश यादव ने मेला क्षेत्र के सेक्टर-19 में स्थित अदाणी और इस्कॉन के सहयोग से चल रहे महाप्रसाद सेवा रसोई का निरीक्षण किया। इस्कॉन की रसोई में हर दिन एक लाख श्रद्धालुओं के लिए भोजन बनाया जा रहा है। यहां अखिलेश ने खुद अपने हाथों से महाप्रसाद बनाया। सेवा में भाग लेने के साथ ही खुद भी प्रसाद ग्रहण किया।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को महाकुंभ मेला क्षेत्र में पहुंचे थे। जहां पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई। स्नान के बाद उन्होंने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। हालांकि सपा प्रमुख के हमले को विपक्ष के लिए संदेश के तौर पर भी देखा जा रहा है। अखिलेश ने त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान के बाद कहा वे महाकुंभ में स्नान करके आ रहे हैं। उन्होंने त्रिवेणी में 11 डुबकियां लगाई हैं। महाकुंभ का आज सकारात्मक संदेश होना चाहिए। उन्होंने पहले हरिद्वार में स्नान किया था। अब संगम में स्नान करने का उन्हें मौका मिला है। अखिलेश यादव ने कहा उनका संकल्प यही है कि सद्भावना और सहनशीलता बनी रहे। स्नान सहनशीलता के साथ होना चाहिए।
अखिलेश यादव के संगम स्नान पर संग्राम बढ़ा
- सपा मीडिया सेल के BJP और CM पर हमले पर पलटवार
- डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया पलटवार
- सपा प्रमुख को दिया डिप्टी सीएम मौर्य ने दिया जवाब
- ‘अखिलेश यादव जी,देर आए दुरुस्त आए’
- ‘कुंभ स्नान के बाद आस्था को नहीं पहुंचाएंगे चोट’
- ‘महाकुंभ की विशेषता ‘अनेकता में एकता’ है’
भाजपा नेताओं ने साधा अखिलेश पर निशाना
उत्तर प्रदेश महिला आयोग उपाध्यक्ष और बीजेपी नेता अपर्णा बिष्ट यादव ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तंज कसा। महाकुंभ को लेकर उन्होंने कहा “महाकुंभ में हर सनातन व्यक्ति को जरूर स्नान करना चाहिए। यह भारतीय संस्कृति, सभ्यता और सनातन का प्रतीक है। वे खुद महाकुंभ गईं थीं। उनके साथ करीब 70 लोग थे। जिनमें ज्यादातर महिलाएं थीं। उन्हें महाकुंभ में स्नान के दौरान किसी प्रकार की समस्या नहीं हुई।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव को घेरा
यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा चलो ‘देर से आए लेकिन दुरुस्त आए। आस्था का पूरा सैलाब देश और दुनिया से प्रयागराज की ओर आ रहा है। वह यहां पर आए और पवित्र संगम में स्नान किया। यह बहुत ही अच्छी बात है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा जब सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ क्षेत्र में प्रवेश किया और स्नान किया तो हम सबको अच्छा लगा। सब ने इसका स्वागत किया। उन्होंने कहा प्रयागराज में कैबिनेट का आयोजन करना राजनीतिक है। अखिलेश यादव महाकुंभ में मुलायम सिंह की प्रतिमा कुंभ क्षेत्र में लगाने वाले लोगों से मिले। क्या अखिलेश का यह कदम राजनीतिक नहीं है? यह राजनीतिकरण करना नहीं है। पाठक ने तंज कसते हुए कहा भारतीय राजनीति में इस तरह की दोरंगी नीति को लोग स्वीकार नहीं हैं। अखिलेश यादव को पहले अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए।
प्रकाश कुमार पांडेय