भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) अब स्थानीय मुद्राओं में कारोबार करने पर सहमत हो गए हैं। इसे लेकर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की मौजूदगी में भारत के केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) और यूएई के सेंट्रल बैंक ने दो समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार की नई संभावनाएं पैदा होंगी और दोनों मुद्राओं के लिए भी यह काफी फायदेमंद रहेगा।
इस क्षेत्र में होगा फायदा
इस एमओयू के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दोनों देशों की मुद्राओं में व्यापार निपटान पर आज का समझौता हमारे मजबूत आर्थिक सहयोग और व्यापार को दर्शाता है। प्रधानमंत्री मोदी 15 जुलाई को यूएई की एक दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर थे। उन्होंने अबू धाबी के राष्ट्रपति और शासक शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ एक महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक की। जिसमें द्विपक्षीय संबंधों से जुड़े हुए विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई। व्यापार, निवेश, उच्च-शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, ऊर्जा, नवीकरणीय ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, खाद्य सुरक्षा, फिनटेक, लोगों का लोगों से संबंध और संस्कृति जैसे क्षेत्र इसमें मुख्य हैं। दोनों शीर्ष नेताओं की बातचीत में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दे भी शामिल हुए।
100 अरब डॉलर पर पहुंचेगा व्यापार
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति नाहयान के साथ हुई बैठक के दौरान यूएई के प्रति भारत का गहरा सम्मान प्रकट करते हुए कहा कि हमारा द्विपक्षीय व्यापार 20 फीसदी तक बढ़ गया है। अभी यह 85 अरब डॉलर है। लेकिन जल्द ही हम 100 अरब डॉलर के लक्ष्य को भी हासिल कर लेंगे। अगर हमने तय कर लिया है तो इस लक्ष्य को हम जी-20 से पहले प्राप्त कर लेंगे। हम अपनी साझेदारी को और अधिक मजबूत बनाने के लिए नए कदम उठा रहे हैं। दोनों देशों के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है। यूएई में 30 लाख भारतीय काम करते हैं। जो भारत में अपने परिजनों को पैसा भेजते हैं। रुपए में व्यापार की सुविधा होने से इन लोगों को भारत में पैसा भेजने में कम लागत आएगी।
मोदी के लिए सजा वेजिटेरियन दस्तरखान
प्रधानमंत्री का यूएई में जोरदार स्वागत हुआ। राष्ट्रपति आवास कस्त्र अल वतन में उन्हें गार्ड ऑफ ऑर्नर दिया गया। वहीं राष्ट्रपति ने उनके स्वागत में पूर्ण शाकाहारी दस्तरखान सजवाया। इसमें गेहूं और खजूर के साथ स्थानीय आर्गेनिक सब्जियों के साथ बना हुआ सलाद सबसे पहले परोसा गया। इसके अलावा गिल्ड सब्जियां, काली दाल, स्थानीय गेहूं हरीस और फूलगोभी से बने व्यंजन,तंदूरी गाजर और फल भी पेश किए गए।