राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत की सुरक्षा में वृद्धि की गई है। संघ प्रमुख की सुरक्षा के प्रोटोकॉल को जेड-प्लस से बढ़ा दिया है। अब संघ प्रमुख को सुरक्षा का वही घेरा मिलेगा जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को दिया गया है। गृह मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि इस सुरक्षा घेरे को एडवांस सिक्योरिटी लाइजन एएसएल कहा जाता है। क्या है ASL और मोहन भागवत को क्यों दिया जा रहा है। जानते हैं इसकी क्या खासियत है।
संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत की सिक्यॉरिटी में वृद्धि
- Z+ से बढ़ाकर ASL होगी संघ प्रमुख की सिक्यॉरिटी
- पीएम मोदी-शाह के बराकर अब संघ प्रमुख की सुरक्षा
- संघ प्रमुख मोहन भागवत होंगे टॉप सिक्यॉरिटी प्रोटोकॉल से लैस
- हाई प्रोफाइल हस्ती को दिया जाता है टॉप सिक्यॉरिटी प्रोटोकॉल ASL
संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत की सुरक्षा की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया गया है। उनकी सुरक्षा के घेरे को और अधिक सख्त किये जाने का फैसल लिया है। गृह मंत्रालय के सूत्र बताते हैं कि वैसे इस फैसले को दो सप्ताह पहले ही अंतिम रूप दिया जा चुका है। दरअसल ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि कथित तौर पर गैर बीजेपी शासित राज्यों में संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत के दौरों के दौरान सुरक्षा में ढील देखी गई थी। ऐसे कई मामले सामने आए थे। वहीं कई कट्टरपंथी इस्लामी संगठन और कई दूसरे संगठनों के निशाने पर संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत को अब तक सरकार की ओर से जेड-प्लस सुरक्षा दी गई थी। इस सुरक्षा घेरे में सीआईएसएफ से अधिकारी और गार्ड शामिल थे। लेकिन अब संघ प्रमुख की सुरक्षा को एएसएल लेवल तक किया गया है।
टॉप सिक्यॉरिटी प्रोटोकॉल एएसएल सिक्यॉरिटी तंत्र की खासियत
टॉप सिक्यॉरिटी प्रोटोकॉल एएसएल सिक्यॉरिटी का यह एक बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा होता है। जिसमें हेलीकॉप्टर यात्रा भी केवल विशेष तौर पर डिजाइन किए गए हेलीकॉप्टरों में ही की जा सकती है। इतना ही नहीं पूर्व से तयशुदा प्रोटोकॉल इस पर लागू किये जाते हैं। अब नए प्रोटोकॉल के तहत जिला प्रशासन के साथ पुलिस और स्वास्थ्य विभाग ही नहीं स्थानीय एजेंसियां भी डॉ.मोहन भागवत की सुरक्षा में मुस्तैद नजर आएंगी। उनके दौरे के दौरान सक्रिय भूमिका में होंगी। इस रणनीति में बहुस्तरीय सुरक्षा घेरा तो होता ही है सख्त तोड़फोड़ विरोधी उपाय के साथ ही किसी भी दौरे से पहले समीक्षा और रिहर्सल भी इसमें शामिल है।
यह सिक्यॉरिटी मोहन भागवत के लिए बढ़ते जा रहे खतरों के चलते दी जा रही है। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ही केवल हाई-प्रोफाइल हस्तियों की सुरक्षा को मजबूत करने के लिए यह तय करता है कि यह सिक्यॉरिटी किसे मिलेगी और किसे नहीं मिलेगी। संघ प्रमुख डॉ.मोहन भागवत के आवास के साथ उनके यात्रा के समय और सार्वजनिक कार्यक्रमों के दौरान भी उनको भी अब पूरी तरह से एएसएल सिक्यॉरिटी के घेरे में रखा जाएगा।